त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियों में जुटी गोरखपुर जोन की पुलिस के लिए बदमाशों के तीन ‘आईएस गैंग’ सिर दर्द बने हुए हैं। हालांकि इन गिरोहों के 33 सदस्यों में से 10 बदमाश जेल में हैं। एक बदमाश फरार चल रहा है। वहीं 22 ऐसे हैं जो जमानत पर रिहा हैं और समय-समय पर पुलिस की मुश्किलें बढ़ा दे रहे हैं।
पंचायत चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने में जुटी गोरखपुर जोन की पुलिस अब जमानत पर रिहा चल रहे ‘आईएस गैंग’ के इन बदमाशों पर नजर रख रही है। फरार रीतेश श्रीवास्तव की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापे डाल रही है। हालांकि लम्बे समय से वह पुलिस के हाथ नहीं आ रहा है। गोरखपुर जोन में तीन माफिया गिरोह ऐसे सक्रिय हैं जिन्होंने पुलिस ने ‘आईएस गैंग’ (अंतरराज्यीय) में शामिल कर रखा है। इन गिरोहों के बदमाशों के तार यूपी, बिहार, दिल्ली तथा हरियाणा से जुड़े हैं। पुलिस के लिए थोड़ी राहत की बात है कि इन गिरोहों में से एक गिरोह के सभी 3 सदस्य जेलों में बंद हैं।
इस गिरोह के सदस्यों ने वाहन चोरी और वाहन लूट की ताबड़तोड़ घटनाएं कर पुलिस की नींद उड़ा दी थी। इतना ही नहीं, इस गिरोह के सदस्यों ने जेल में बंद अपने एक साथी को छुड़ाने के लिए पुलिस को गोली भी मार दी थी। इस घटना को अंजाम देकर गिरोह के सदस्य फरार हो गए थे। यूपी, बिहार, हरियाणा और दिल्ली में नेटवर्क खड़ा कर चुके इस गिरोह के तीन सदस्यों को गोरखपुर पुलिस ने धर दबोचा। तीनों जेल में बंद हैं।
बदमाशों की गतिविधियों पर नजर रख रही पुलिस
गोरखपुर जोन पुलिस के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द बहराइच जिले के बदमाशों की गैंग है। इस गिरोह में 20 सदस्य हैं जिनमें से दो जेल में बंद हैं। इस गिरोह का नेटवर्क न केवल बहराइच जिले में है बल्कि पूरे यूपी के साथ ही बिहार और मुंबई में भी है। इस गिरोह के सदस्य लूट, हत्या और हत्या की कोशिश समेत कई अन्य जघन्य घटनाएं कर पुलिस की नींद उड़ा चुके हैं। पंचायत चुनाव की तैयारियों में जुटी गोरखपुर जोन की पुलिस की पुलिस एक बार फिर ऐसे मनबढ़ों को नकेल डालने में जुट गई है। जमानत पर रिहा हुए इन गिरोहों के बदमाशों की गतिविधियों पर पुलिस नजर रख रही है।