कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में अलर्ट कर दिया गया है। यूपी के गांवों में ग्राम पंचायत स्तर पर और शहर में वार्ड स्तर पर नोडल अधिकारी, कर्मचारी की नियुक्ति के निर्देश दिए। साथ ही हर जिले में एक-एक डेडिकेटेड कोविड अस्पताल की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया है। इसके अलावा सभी जिलों में बिना अनुमति सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई है। अगर अनुमति के बाद कार्यक्रम हो रहे हैं तो इन आयोजनों में हाई रिस्क कैटेगरी जैसे 10 वर्ष की उम्र से कम के बच्चों, 60 वर्ष से अधिक के वृद्धजन और एक से अधिक गम्भीर बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों आदि को शामिल होने से बचाया जाए।इन आयोजनों में सुनिश्चित किया जाए कि कोविड प्रोटोकॉल, मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग आदि का पूर्णतः पालन हो।
सार्वजनिक स्थानों पर सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क पर कड़ाई की जाए: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 के प्रति पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि सार्वजनिक स्थानों पर सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क पर कड़ाई की जाए। रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन व एयर पोर्ट पर इन्फ्रारेड थर्मामीटर, पल्स ऑक्सीमीटर और रैपिड एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था रहे। मुख्यमंत्री ने अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा के दौरान कहा कि कोविड-19 की टेस्टिंग का कार्य पूरी क्षमता से संचालित किया जाए। उन्होंने कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के कार्य को प्रभावी ढंग से संचालित करने के निर्देश भी दिए। कोरोना से बचाव व उपचार की प्रभावी व्यवस्था बनाए रखी जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के संबंध में लोगों को लगातार जागरूक किया जाए। पब्लिक एड्रेस सिस्टम को पूरी तरह सक्रिय रखते हुए इसके माध्यम से आमजन को संक्रमण से बचाव के बारे में जानकारी दी जाए। सार्वजनिक स्थलों पर सोशल डिस्टेंसिंग तथा मास्क के अनिवार्य उपयोग पर बल दिया जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीनेशन के कार्य को भारत सरकार की गाइडलाइन्स तथा क्रम के अनुरूप संचालित किया जाए। सभी डीएम व सीएमओ कोविड वैक्सीनेशन की नियमित समीक्षा करें। इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को प्रभावी ढंग से चलाया जाए। इसमें एक विंग गठित करते हुए इसके माध्यम से लोगों को वैक्सीनेशन के संबंध में जानकारी दी जाए।