उत्तर प्रदेश के उन्नाव में तकिया गौरिया कला पवारनखेड़ा मार्ग पर बुधवार शाम मुंडन संस्कार से लौट रही सवारियों से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली पलटने से महिला व किशोर की मौत हो गई। एक दर्जन लोग जख्मी हो गए। परिजनों ने स्वास्थ्य कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते उन्नाव हरदोई मार्ग पर शव रखकर जाम लगा हंगामा किया। पुलिस ने शव जबर्दस्ती लोडर पर रखवा पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
बेहटा मुजावर के तेरवा दसगवां गांव निवासी सुरेन्द्र के तीन वर्षीय बेटे रितिक का बुधवार को मुंडन संस्कार था। गांव की कई महिलाएं व पुरुष ट्रैक्टर ट्रॉली से फतेहपुर चौरासी क्षेत्र के शकूराबाद गांव स्थित मंशारानी मंदिर गए थे। मुंडन संस्कार के शाम को सभी गांव लौट रहे थे। तकिया गौरिया कलां पवारनखेड़ा गांव के पास वाहन को ओवरटेक करते समय ट्रैक्टर ट्रॉली बेकाबू होकर पलट गई। हादसे में तेरवा जागीराबाद निवासी सुरेन्द्र की पत्नी रोशनी और बलराम का पुत्र लोकेश (12) की मौत हो गई। जाम व हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने जबर्दस्ती शवों को लोडर पर लदवाकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।
सीएचसी पर इलाज में लापरवाही का आरोप
रोशनी के परिजनों ने शव को उन्नाव-हरदोई मार्ग पर रखकर हंगामा करना शुरू कर दिया। परिजनों का आरोप था कि सीएचसी पर स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही से समुचित इलाज नहीं मिल सका वरना घायलों की जान बचाई जा सकती थी। मामला बढ़ता देख सफीपुर कोतवाली पुलिस ने जबर्दस्ती शव को कब्जे में ले लिया और लोडर पर लदवाकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।