देश के मोस्ट वांटेड अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के खिलाफ भारत को बड़ी कामयाबी मिली है। सूत्रों के अनुसार यूनाइटेड अरब एमिरेट्स यानी यूएई में दाऊद इब्राहिम की करीब 15 हज़ार करोड़ की प्रॉपर्टी ज़ब्त की गई है। दाऊद के खिलाफ यूएई सरकार ने ये कार्रवाई पीएम मोदी की यूएई यात्रा के दौरान सौंपे गए डोज़ियर के बाद की है। पिछले साल यात्रा के दौरान NSA अजीत डोवाल ने यूएई सरकार को दाऊद की प्रॉपर्टी से जुड़ी जानकारी सौंपी थी।
यूएई की इस कार्रवाई से अब पाकिस्तान समेत दूसरे मुल्कों में भी उसके खिलाफ कार्रवाई का रास्ते खुल सकते हैं।
यूएई में दाऊद की जिन प्रॉपर्टी को सील किया गया है उनमें उसके दो आलीशान होटल, दो कंस्ट्रक्शन कंपनियां, कई कंपनियों के शेयर्स के अलावा कई बेनामी संपत्ति भी शामिल हैं। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक दुबई में भी दाऊद की प्रॉपर्टी को सील किया गया है।
कैसे हुई दाऊद पर कार्रवाई?
पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूएई यात्रा के दौरान दाऊद के खिलाफ कार्रवाई पर चर्चा हुई थी। इस दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल ने यूएई में दाऊद की प्रॉपर्टी और कारोबार से जुड़ा डोज़ियर यूएई सरकार को सौंपा था। इस डोज़ियर के साथ भारत सरकार ने यूएई सरकार से दाऊद और उसके सिंडिकेट की प्रॉपर्टीज़ ज़ब्त करने की अपील की थी। भारत की ओर से दाऊद की प्रॉपर्टीज़ की मिली जानकारी की जांच के बाद मंगलवार को यूएई सरकार ने कार्रवाई की और हिंदुस्तान के मोस्ट वांटेड को बड़ा झटका दिया है।
दूसरे मुल्कों में भी घेरने की तैयारी
1993 में मुंबई धमाके के बाद से दाऊद पिछले 23 साल से हिंदुस्तान का मोस्ट वॉन्टेड है और उसने अपनी काली कमाई का धंधा दुनिया के कई मुल्कों में फैला रखा है।
यही वजह है कि ED ने भी पिछले साल दुनिया के 6 मुल्कों से दाऊद की प्रॉपर्टी सीज करने की अपील की थी। ईडी ने जिन 6 देशों को दाऊद की प्रॉपर्टी को सीज़ करने के लिए लेटर रोगेटरी भेजा था, उनमें ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, यूएई, टर्की, साइप्रस और मोरक्को शामिल हैं।
एक तरफ जहां यूएई ने दाऊद के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। वहीं पाकिस्तान की सरपस्ती में कराची में छिपे दाऊद को भारत लाने की भी तैयारी चल रही हैं। मंगलवार को एक सवाल के जवाब में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस ओर इशारा किया हालांकि गृहमंत्री ने दाऊद को किस तरीके से भारत लाया जाएगा, इसका खुलासा नहीं किया। राजनाथ इससे पहले भी लोकसभा में कह चुके हैं कि उनकी सरकार अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को भारत वापस लाकर ही रहेगी।
ख़ुफ़िया सूत्रों के मुताबिक सरकारी एजेंसियां दाऊद इब्राहिम पर शिकंजा कसने के लिए एक सीक्रेट मिशन पर काम कर रही है। इसके लिए 50 लोगों की टीम तैयार की गई है। खुफिया विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ रॉ, ED, इनकम टैक्स, FIU और CBI (इंटरपोल विंग) की संयुक्त टीम के अफसर इसमें शामिल हैं। यह टीम दाऊद के काले कारोबार और दूसरे गोरखधंधों पर नज़र रख रही है.
नोटबंदी के बाद डॉन को दूसरा झटका
अभी पिछले दिनों ही भारत में नोटबंदी की वजह से पाकिस्तान में बैठकर अपने गुर्गों के जरिए जाली नोटों का कारोबार चला रहा दाऊद को बड़ा झटका लगा था। नोटबंदी की वजह से एक झटके में उसके साठ हजार करोड़ रुपये डूब गए थे। उसके फाइनेंसर जावेद खनानी ने खुदकुशी कर ली थी। सूत्रों के मुताबिक दाऊद के इस फाइनेंसर ने जब सुसाइड किया तब उसके पास 20 हजार करोड़ की नकली करेंसी मौजूद थी।
डी-कंपनी और अपने संपर्कों के जरिए खनानी पहले ही भारत में 40 हजार करोड़ की काली करेंसी खपा चुका था यानी नोटबंदी की वजह से दाऊद के इस फाइनेंसर के 60 हजार करोड़ रुपए एक झटके में डूब गए।
भारत के पास यह साबित करने के लिए पुख्ता खुफिया जानकारी है कि दाऊद पाकिस्तान के कराची शहर में छिपा है। उसे पाकिस्तानी हुकूमत और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई की सिक्योरिटी मिली हुई है लेकिन पाकिस्तान अब तक इसे नकारता रहा है। लेकिन अब जब यूएई में दाऊद के खिलाफ कार्रवाई हुई है और दूसरे देशों में भी उसके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी हो रही है तो पाकिस्तान को भी आज न कल कबूल करना होगा कि दाऊद उसकी सरपस्ती में पल रहा है।