कोरोना काल में राजनीतिक दलों ने मिशन 2022 की तैयारियां शुरू कर दी हैं। मतदाताओं को साधने के लिए भाजपा और कांग्रेस ने विभिन्न कार्यक्रम तय कर लिए हैं। इसके साथ ही वर्चुअल रैलियां होंगी। इसके अलावा दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता घर-घर जाकर अपने-अपने राजनीतिक दल की नीतियों से भी लोगों को अवगत कराएंगे। बंगाल में हुई हिंसा को लेकर भी भाजपा विपक्ष को घेरने की तैयारी कर चुकी है।
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा ने केंद्र सरकार के दूसरे कार्यकाल के दो वर्ष पूरे होने के साथ ही कार्यक्रमों की शुरूआत कर दी है। इसके तहत रक्तदान शिविर लगाए जाने की जिम्मेदारी प्रकोष्ठों को दी गई है।
इसके अलावा मेडिकल किट, मास्क व सैनिटाइजर बांटने के लिए कार्यकर्ताओं को टोलियां बनाई जा रही हैं। यहां तक की नागरिकों की सेवा करते हुए खाद्यान्न तक लोगों के घरों पर पहुंचाया जाएगा। बीते दिनों पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा पर पार्टी के शीर्ष नेता वर्चुअल बैठकों के माध्यम से चर्चा करेंगे, जिसके जरिए भाजपा विपक्ष को घेरने की तैयारी कर चुकी है।
उधर, कांग्रेस ने भी चुनाव के मद्देनजर रोडमैप तैयार कर लिया है। जनपद के 11 के विकासखंडों में कार्यकारिणी गठित कर दी गई और जिला व महानगर कार्यकारिणी के पदाधिकारियों को भी प्रभारी नियुक्त किया जा रहा है। इसके अलावा जनपद की सातों विधानसभा पर भी कांग्रेस के जनपद के शीर्ष नेताओं को प्रभारी बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी।
कांग्रेस की ओर भी पार्टी हाईकमान के वरिष्ठ नेता वर्चुअल रैलियां करेंगे। इसके साथ ही कार्यकर्ताओं को जनसंपर्क करने के साथ पार्टी की नीतियों से अवगत कराने के लिए भी कहा गया है। कांग्रेस कोरोना पीड़ितों सहित अनेक लोगों की मदद करने को विभिन्न सामग्री उपलब्ध कराएगी। इसको लेकर पार्टी हाईकमान ने जिला व महानगर अध्यक्षों के अलावा प्रमुख पदाधिकारियों जनप्रतिनिधियों को जिम्मेदारी सौंप दी है।
जनता की सेवा करना ही पार्टी का मकसद है। कोरोना काल में प्रत्येक कार्यकर्ता जनता की सेवा में तत्पर है। कार्यकर्ता लोगों की मदद में जुटे हुए हैं। इसके साथ ही भविष्य में विभिन्न कार्यक्रम होने हैं और वर्चुअल रैलियां व बैठक भी होंगी। -गौरव गर्ग, मीडिया प्रभारी भाजपा
मिशन 2022 की तैयारियां पार्टी ने शुरू कर दी है। इसको लेकर आगामी दिनों में विभिन्न कार्यक्रम होंगे। पंचायत चुनाव में अपार जनसमर्थन कांग्रेस को मिला है। जनता को उनका हक दिलाने की लड़ाई कांग्रेस लड़ती रहेगी। इसी के तहत आगामी कार्यक्रम तय किए गए हैं।