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घर में पैट्स रखने पर मेंटली स्‍ट्रांग होते हैं बच्‍चे, सेहत को मिलते हैं ढेरों फायदे

कई लोग अपनी सुरक्षा के लिए घर में पालतू जानवर रखते हैं। कुछ लोग तो अपने पैट को अपने परिवार का ही एक हिस्‍सा मानते हैं। आपको बता दें कि घर में पैट रखना सिर्फ सेफ्टी के लिए ही नहीं होता बल्कि इससे बच्‍चों को भी फायदा मिलता है।

इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि घर में पैट होने का बच्‍चों पर क्‍या असर पड़ता है और आपकाे क्‍यों अपने घर में पैट रखना चाहिए।

नेगेटिव इमोशंस से रहते हैं दूर

अगर बच्‍चों के आसपास पैट रहे, तो इससे बच्‍चों के दिमाग से नेगेटिव विचार दूर रहते हैं। इससे बच्‍चों का फोकस बढ़ाने में भी मिलती है और बच्‍चे के फोकस से डर जैसे नेगेटिव इमोशंस को दूर करने में आपको मदद मिल सकती है। पैट के साथ खेलने पर बच्‍चे को अच्‍छा महसूस होता है और उसका ध्‍यान नेगेटिव चीजों से हटता है।

​दर्द होता है दूर

पैट के साथ खेलने पर दिमाग में एंडोर्फिन हार्मोन रिलीज होता है जो कि दर्द को दूर करने और मूड को ठीक करने का काम करता है। यही हार्मोन हमें खुशी का एहसास करवाता है। पैट से कोर्टिसोल नामक हार्मोन भी कम होता है। यह हार्मोन तनावपूर्ण स्थितियों के दौरान रिलीज होता है। पैट रखने वाले लोगों को टेंशन भी कम होती है और इनमें सेरोटोनिन और डोपामाइन हार्मोन ज्‍यादा रहता है

एक्‍सरसाइज होती है

बच्‍चों के विकास के लिए एक्‍सरसाइज बहुत जरूरी होती है। इससे बच्‍चे मानसिक और शारीरिक रूप से स्‍वस्‍थ रहते हैं। जब बच्‍चे पैट के साथ खेलते हैं, तो इससे उनकी एक्‍सरसाइज भी हो जाती है और अपने आप ही स्‍ट्रेस कम होने लगता है।

यूनिवर्सिटी ऑफ मिसॉरी में हुई एक स्‍टडी के मुताबिक वॉक पर जाने के लिए सबसे अच्‍छा साथी डॉग ही होता है। इस स्‍टडी में सामने आया कि सप्‍ताह में 300 मिनट डॉग के साथ वॉक करना फायदेमंद होता है।

​जिम्‍मेदारी का होता है एहसास

घर में पैट हो तो बच्‍चे में कम उम्र से ही जिम्‍मेदारी का एहसास रहता है। आप बच्‍चे को पैट की कुछ जिम्‍मेदारियां दें जैसे कि पैट को खिलाना, उसकी ट्रेनिंग में मदद करना और पैट की केयर करना। बच्‍चे को बताएं कि पैट से जुड़ी जिम्‍मेदारियों को वो हल्‍के में न ले। ये सभी बातें बच्‍चे को बड़े होकर भी काम आएंगी।

अब आप समझ गए होंगे कि पैट रखने से बच्‍चा जिम्‍मेदार बनता है और इसका फायदा उसे बचपन में ही नहीं बल्कि बड़े होकर भी मिलते हैं।

​एलर्जी का खतरा होता है कम

कम उम्र में ही पैट के आसपास रहने से बच्‍चों में एलर्जी होने का खतरा कम होता है। पैट्स के बैक्‍टीरिया से बच्‍चों के इम्‍यून सिस्‍टम को मजबूत होने में मदद मिल सकती है और इससे आगे चलकर उन्‍हें एलर्जी होने का जोखिम कम होता है।

जो बच्‍चे एक से ज्‍यादा पालतू जानवर के पास रहते हैं, उनमें 77 पर्सेंट एलर्जी का खतरा कम होता है।

पैट के साथ होने पर बच्‍चों को अकेलापन, एंग्‍जायटी और स्‍ट्रेस भी नहीं होता है। उनके लिए उनका पैट ही दोस्‍त होता है।