उत्तराखंड में पेट्रोल की कीमत सौ रुपये के करीब पहुंचने के बाद सरकार अब पेट्रोल और डीजल पर टैक्स कम करने पर विचार कर रही है। इससे आने वाले कुछ दिनों में राज्य के लोगों को बड़ी राहत मिल सकती है। राज्य में पिछले कुछ दिनों से पेट्रोल की कीमतें 100 रुपये के करीब चल रही हैं। जबकि डीजल की दरों में भी लगातार इजाफा हो रहा है। इससे सरकार पर दाम घटाने का दबाव बढ़ रहा है।
राज्य में अगले छह महीने में विधानसभा के चुनाव होने हैं ऐसे में तेल की कीमतें आम लोगों के साथ ही सरकार को भी परेशान कर रही हैं। तेल की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत ने कीमतों को कम करने के संकेत भी दे दिए थे। हालांकि इस बीच उनकी कुर्सी छिन गई और यह बात आई गई हो गई। लेकिन कीमतों में उछाल जारी रहने के बाद अब एक बार फिर कीमतों में कमी लाने को लेकर विचार चल रहा है। शासन के सूत्रों ने बताया कि तेल के दाम कम करने को लेकर उच्च स्तर पर विचार विमर्श हुआ है और पेट्रोल की कीमतों में दो रुपये प्रति लीटर जबकि डीजल की कीमतों में एक रुपये प्रति लीटर वैट कम करने पर विचार चल रहा है। हालांकि इस संदर्भ में अभी अंतिम निर्णय नहीं हुआ है।
यूपी से पहले कीमतें कम होना मुश्किल
शासन के कुछ अधिकारियों ने बताया कि तेल की कीमतों में कमी लाने को लेकर विचार विमर्श तो हुआ है लेकिन यह कमी यूपी से पहले होना थोड़ा मुश्किल है। इसकी वजह यह है कि राज्य में तेल की कीमतें कम होने का फायदा यूपी के सीमावर्ती इलाकों के लोग भी उठा सकते हैं जिससे राज्य को कुछ ही दिनों में भारी राजस्व का नुकसान हो सकता है। ऐसे में सरकार इस संदर्भ में कोई भी निर्णय यूपी को ध्यान में रखकर ही करेगी।
पेट्रोल पर 19 तो डीजल पर 10 रुपये कमा रही सरकार
राज्य सरकार इस समय पेट्रोल पर प्रति लीटर 19 रुपये के करीब वैट ले रही है। जबकि डीजल पर वैट 10 रुपये के करीब है। ऐसे में राज्य को इससे अच्छा खासा राजस्व मिल रहा है। वित्त विभाग किसी भी सूरत में पेट्रोल और डीजल से टैक्स कम किए जाने के पक्ष में नही है। हालांकि राज्य में अगले कुछ महीनों में चुनाव को देखते हुए सरकार राजस्व के जोखिम को उठा सकती है।