पंचायत चुनाव की मतगणना के ढाई माह बाद भी मतपेटिकाएं स्ट्रांग रूम के बाहर सड़ रही हैं। खुले आसमान के नीचे कालेज परिसर में रखी गयी मतपेटिकाओं को लेकर कालेज प्रशासन भी परेशान है। परेशानी का कारण यह है कि पिछले पंचायत चुनाव में भी चुनाव सम्पन्न होने के बाद पांच साल तक इसी कॉलेज परिसर में मतपेटिकाएं पड़ी रहीं। इस बार भी निर्वाचन विभाग के शिथिलता के कारण इन मतपेटिकाओं को अगले पंचायत चुनाव तक इंतजार करना पड़ सकता है।पंचायत चुनाव में क्षेत्र के 71 ग्राम पंचायत, 85 क्षेत्र पंचायत, 3 जिलापंचायत तथा 888 सदस्य के लिए 26 अप्रैल को मतदान हुआ था। 247 मतदान केन्द्रों पर सम्पन्न हुए इस चुनाव के लिए नगर स्थित सुभाष इंटरमीडिएट कालेज को स्ट्रांग रुम बनाया गया था। एक मतदान केन्द्र पर दो या तीन मतपेटिकाएं भेजी गयी थीं। 3 मई को मतगणना पूरी होने के बाद निर्वाचन कार्य में लगाए गए कर्मियों ने स्ट्रांग रुम के बाहर ही मतपेटिकाओं को एकत्रित कर छोड़ दिया। अब करीब ढाई माह बाद भी इस बरसात में मतपेटिकाएं खुले आसमान के नीचे सड़ रहीं हैं। पिछली पंचायत चुनाव के बाद करीब पांच साल बाद सुभाष इंटर कालेज में रखी गयी मतपेटिकाओं को निर्वाचन विभाग ने मंगवाया था। जिसको लेकर कालेज प्रशासन लगातार विभागीय अधिकारियों से पत्राचार करता रहा। इस बार भी इन मतपेटिकाओं को लेकर कॉलेज के प्रधानाचार्य सत्येन्द्र कुमार गुप्त ने संबंधित को सूचना दी है। प्रधानाचार्य ने सोशल मीडिया पर भी इन मतपेटिकाओं को ले जाने के लिए गुहार लगायी है।
मतपेटिकाओं के स्ट्रांग रुम के बाहर होने की जानकारी है। इससे निर्वाचन विभाग देवरिया को अवगत कराया जा चुका है। जल्द ही विभाग से दुबारा पत्राचार कर उसे ले जाने का निवेदन किया जाएगा।
नवीन कुमार सिंह, बीडीओ, भटनी
पिछले पंचायत चुनाव में भी कालेज को स्ट्रांग रुम बनाया गया था। जिसके बाद मतपेतिकाएं कालेज ग्राउन्ड में रखी रहीं। समस्या होने पर उन्हें हटाकर एक कमरे में रखा गया था। इस बार भी चुनाव सम्पन्न होने के बाद भी मतपेटिकाएं खुले में पड़ी हैं। संबंधित विभागीय अधिकारियों से निवेदन किया है कि इस बार इसे हटा लिया जाए।