कांवड़ मेला स्थगित होने के बाद गंगाजल लेने के लिए हरिद्वार आ रहे 40 यात्रियों को शटल बसों व ट्रेनों से वापस भेजा गया। वहीं 500 यात्रियों की कोरोना जांच रेलवे स्टेशन पर कराई गई। हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर 99 ऋषिकेश में 93, लक्सर में 23 और रुड़की स्टेशन पर 53 यात्रियों के विरुद्ध महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। इसके साथ ही बिना कोविड-19 टेस्ट कराए आए 500 यात्रियों का हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर कोरोना टेस्ट कराया गया। कोविड़ के कारण इस बार कावड़ यात्रा पर पूरी तरह से प्रतिबंध है।
इसके लिए पुलिस ने प्रदेश की सीमा से लगने वाले सभी बॉर्डर पर नाकेबंदी की हुई है। जरूरी पूछताछ के बाद ही किस वाहन को प्रदेश में एंट्री दी जाएगी यह तय किया जा रहा है। अनुमान था कि कावड़ यात्रा प्रतिबंध हो जाने के बाद प्रदेश में आने वाले लोगों की संख्या में कमी आ जाएगी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा आदि प्रदेशों से भारी संख्या में वाहन प्रदेश की सीमा तक आ रहे हैं। बॉर्डर पर हर समय दूसरे प्रदेशों के वाहनों की भीड़ लगी हुई है।
सैकड़ों किलोमीटर चलकर आए यात्रियों को समझाने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। उत्तराखंड-यूपी नारसन बॉर्डर पर अभी भी काफी संख्या में वाहन आ रहे हैं। गैर जरूरी वाहनों को बॉर्डर से ही वापस किया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि किसी भी सूरत में कावंड़ियों को हरिद्वार जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। कहा कि कांवड़ियों पर केस भी दर्ज किए जाएंगे और उन्हें क्वारंटाइन भी किया जाएगा।