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राजीव गांधी से जुड़ी इस जगह का भी नाम बदलने की उठ रही है मांग, कर्नाटक में लोग चला रहे खास मुहिम

हाल ही में केंद्र सरकार ने खेल पुरस्कार से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम हटा दिया। वहीं कर्नाटक में भी दो लोग एक जगह से राजीव गांधी का नाम हटाने के लिए अभियान चला रहे हैं। यह दोनों कर्नाटक के कोडागु जिले के रहने वाले हैं और नागरहोल में स्थित राजीव गांधी नेशनल पार्क का नाम बदलने के लिए ऑनलाइन पेटिशन साइन करा रहे हैं। इन दोनों के नाम हैं, नवीन माडप्पा और विनय कायपांडा। इन्होंने अपनी पेटिशन में कर्नाटक के मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री कार्यालय, और सांसद प्रताप सिम्हा को टैग कर रखा है। इनका प्रस्ताव है कि नेशनल पार्क का नाम बदलकर फील्ड मार्शल केएम करियप्पा के नाम पर कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि इस कदम से इस जिले से ताल्लुक रखने वाले फील्ड मार्शल का सम्मान बढ़ेगा।

ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर चला रहे मुहिम
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म चेंज डॉट ओआरजी पर चलाए जा रहे इस पेटिशन पर बहुत ही कम समय में 8000 लोग सिग्नेचर कर चुके हैं। दोनों पेटिशनर्स के मुताबिक पहले इस पार्क का नाम, नागरहोल नेशनल रिजर्व फॉरेस्ट था। लेकिन बाद में एक खास परिवार और दल को खुश करने के लिए इसका नाम राजीव गांधी नेशनल पार्क नागरहोल कर दिया गया। उनका कहना है कि हर किसी को उसके हिस्से की पहचान मिलनी चाहिए। केवल कुछ खास लोगों का इस पर हक नहीं होना चाहिए। गौरलतब है कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद के नाम पर कर दिया है। इस बाबत टि्वटर पर लिखी पोस्ट में पीएम ने कहा था कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलने के लिए देशभर के तमाम लोगों ने उनसे अपील की है। लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए यह फैसला लिया गया है।

 भाजपा विधायक बोले, बदलें कैंटीन का नाम 
इन सबके बीच कर्नाटक में भाजपा विधायक सीटी रवि भी नाम बदलने की एक मुहिम चला रहे हैं। उन्होंने यहां के नए मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई से अपील की है कि प्रदेश में भर में चलने वाली इंदिरा गांधी कैंटीन का नाम बदलकर अन्नपूर्णेश्वरी कैंटीन रखने का प्रस्ताव रखा है। उन्होंने आगे लिखा है कि मुझे यह नहीं समझ आता है कि आखिर खाना खाते वक्त लोगों को इमरजेंसी के काले दौर की याद क्यों आनी चाहिए? गौरतलब है कि देशभर में सार्वजनिक स्थलों और स्टेडियमों का नाम बदलने को लेकर भाजपा सरकार और विपक्ष में तलवार खिंची हुई है।