अफगानिस्तान पर अब तालिबान का राज है। अशरफ गनी देश छोड़कर भाग चुके हैं। इस परिवर्तन की गूंज भारत तक में सुनाई दे रही है। तिरुवनंतपुरम की रहने वाली और निमिशा फातिमा की मां के बिंदू ने भारत सरकार से अपनी बेटी और चार साल के नाती को अफगानिस्तान से वापस लाने की गुहार लगाई है।
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, निमिषा फातिमा ने तीन अन्य महिलाओं के साथ कुछ साल पहले कथित तौर पर आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएस) में शामिल होने के लिए केरल छोड़ दिया था। सभी चार महिलाओं को तब 2019 में अफगानिस्तान में कैद कर दिया गया था।
अब यह अनुमान लगाया जा रहा है कि जेल से रिहा होने के बाद केरल की चार महिलाएं काबुल में फंसी हुई हैं। तालिबान द्वारा रविवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा करने के बाद जेलब्रेक हुआ है। इसमें भारी संख्या में कैदी जेल छोड़कर भाग गए हैं। निमिषा फातिमा की मां के बिंदू ने कहा कि उन्हें इस बात की पुष्टि मिली है कि जेल से रिहा होने वालों में उनकी बेटी और नाती भी शामिल हैं।
के बिंदू अब केंद्र सरकार से हस्तक्षेप करने और अपनी बेटी और नाती को भारत वापस लाने के प्रयासों में तेजी लाने का अनुरोध कर रही है। के बिंदू ने कहा, “उन्हें भारत वापस आने दें और यहां देश के कानून का सामना करें।”
अफगानिस्तान की जेल कैसे पहुंची निमिषा फातिमा?
निमिषा फातिमा ने भारत छोड़ दिया और शुरुआत में ईरान पहुंची जब वह कथित तौर पर आईएसआईएस में शामिल हो गई। बाद में, वह अफगानिस्तान चली गई। उसके पति ISIS के ठिकानों पर अमेरिकी हवाई हमले में मारे गए थे। अमेरिका के नेतृत्व वाले हमलों के परिणामस्वरूप, महिलाओं और बच्चों सहित 408 लोगों ने 2019 में अफगान सरकार के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।
इसके बाद अफगान सरकार ने भारत से उसे और तीन अन्य महिलाओं को केरल से वापस ले जाने के लिए कहा। उसकी मां भी यही मांग कर रही है, लेकिन केंद्र सरकार ने अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं लिया है।