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आपबीती: भारत स्वर्ग जैसा सुरक्षित, अफगानिस्तान में हर तरफ सिर्फ गोलियों के चलने और बम विस्फोट की आवाजें

अफगानिस्तान में हर जगह केवल गोलियों के चलने और बम विस्फोट की ही आवाजें सुनाई देती हैं। तालिबानियों पर विश्वास नहीं किया जा सकता। हम वहां डर के साये में जी रहे थे। ये बातें अफगानिस्तान से दिल्ली पहुंचे लोगों ने कही। रविवार को अलग-अलग उड़ानों से अफगानिस्तान से करीब 200 से अधिक लोग दिल्ली पहुंचे।

लोगों ने कहा कि भारत हमारे लिए स्वर्ग की तरह सुरक्षित है। अफगानिस्तान में तख्तापलट के बाद लोग दहशत में हैं। लोगों ने बैंकों से अपने पैसे निकालकर अपने पास रख लिए हैं। हवाईअड्डे के आसपास होटलों और घरों में बड़ी संख्या में लोग अपने वतन लौटने के लिए रह रहे हैं।

दीपेन शेरपा कहते हैं, एक हफ्ते से ठीक से सो नहीं पाया। लगातार भारतीय दूतावास के लोगों से संपर्क में था। अपने वतन आने पर बेहद खुश हूं। शकीब ने बताया कि विदेशी अफगानिस्तान से धीरे-धीरे वहां से निकल रहें हैं। अभी वहां हालत सामान्य होने में काफी समय लगेगा। लोग घरों में दुबके हैं। सड़कों पर केवल तालिबान के लोग अपने वाहनों व हथियारों के साथ दिखते हैं।

एयरपोर्ट पर पोलियो वैक्सीन लगाई गई
अफगानिस्तान के कई प्रांतों में अभी भी पोलियो की बीमारी है। इसे देखते हुए दिल्ली पहुंचे सभी यात्रियों को पोलियो की भी खुराक दी गई। दिल्ली हवाईअड्डे पर निशुल्क पोलियो ओपीवी और एफआईपीवी वैक्सीन लगाई गई। हवाईअड्डा प्रशासन के मुताबिक, वाइल्ड पोलियो वायरस के चलते एहतियातन पोलियो की दवा दी गई है। इसके अलावा सभी लोगों की कोरोना आरटीपीसीआर जांच हुई है।

दो विमानों से 194 भारतीय स्वदेश लाए गए
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद काबुल में खराब होती सुरक्षा स्थिति के मद्देनजर भारत वहां से अपने नागरिकों को बाहर निकाल रहा है। रविवार दो अलग-अलग विमानों के जरिये 194 भारतीयों समेत 267 लोगों को भारत लाया गया। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद अब तक 329 भारतीयों और दो अफगान सांसद समेत करीब 400 लोगों को देश वापस लाया जा चुका है।

अफगानिस्तानी सांसद भी भारत आए
भारतीय वायुसेना के सी-17 सैन्य परिवहन विमान के जरिए 107 भारतीयों और 23 अफगान सिखों एवं हिंदुओं समेत कुल 168 लोगों को रविवार को काबुल से दिल्ली लाया गया। यह विमान रविवार सुबह हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर उतारा गया। अधिकारियों ने बताया कि 87 भारतीयों और दो नेपाली नागरिकों के एक अन्य समूह को दुशाम्बे से एयर इंडिया के एक विशेष विमान से वापस लाया गया। इससे एक दिन पहले उन्हें भारतीय वायु सेना के एक विमान के जरिए ताजिकिस्तान की राजधानी दुशाम्बे ले जाया गया था। अधिकारियों ने बताया कि काबुल से लाए गए 168 लोगों के समूह में अफगान सांसद अनारकली होनारयार और नरेंद्र सिंह खालसा एवं उनके परिवार भी शामिल हैं।

इस बीच अमेरिका और नाटो के विमान के जरिए पिछले कुछ दिन में काबुल से दोहा ले जाए गए 135 लोगों के एक समूह को एक विशेष विमान से दोहा से दिल्ली लाया गया। भारत ने अमेरिका, कतर, ताजिकिस्तान और कई अन्य मित्र देशों के साथ समन्वय स्थापित करके अफगानिस्तान से लोगों को बाहर निकालने का अभियान चलाया है।