अफगानिस्तान के हालात को लेकर केंद्र सरकार ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है, जो आज सुबह 11 बजे होनी है। इस बैठक में देश के विदेश मंत्री सभी दलों के नेताओं को अफगानिस्तान के ताजा हालातों के बारे में बताएंगे। बता दें कि यह बैठक संसद भवन एनेक्सी के मेन कमेटी रूम में होगी। इस बैठक में टीएमसी से लेकर एआईएमआईएम के नेता शामिल होंगे। उम्मीद की जा रही है कि इस बैठक में भारत अफगानिस्तान संकट पर अपनी रणनीति बनाएगा।इस बैठक में विदेश मंत्री अफगानिस्तान के हालात पर एक प्रजेंटेशन देंगे। इस प्रेजेंटेशन के बाद सवाल-जवाब भी होंगे। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र के निर्देश पर विदेश मंत्री ने यह मीटिंग बुलाई है।
सरकार की ब्रीफिंग में अफगानिस्तान से उसके निकासी मिशन के साथ-साथ राजधानी काबुल सहित लगभग सभी प्रमुख अफगान शहरों पर कब्जे के मद्देनजर युद्धग्रस्त देश की स्थिति के आकलन पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधि बैठक में शामिल होंगे। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि उन्हें बैठक का निमंत्रण मिला है और वह इसमें शामिल होंगे।
भारत अब तक अफगानिस्तान से 800 से अधिक लोगों को वापस ला चुका है। अमेरिकी सेना के हट जाने के 2 हफ्ते बाद ही तालिबान ने अफगानिस्तान पर अपना कब्जा जमा लिया था। 15 अगस्त के बाद से, जब तालिबान ने सत्ता संभाली, तब से कई उड़ाने भारतीय नागरिकों और अफगान सिख और हिंदू समुदायों के सदस्यों को वापस लाई हैं।
अफगानिस्तान से निकाले गए 180 लोगों के एक नए जत्थे के गुरुवार को काबुल से सैन्य विमान से भारत आने की उम्मीद है। भारत ने अपने निकासी मिशन का नाम ‘ऑपरेशन देवी शक्ति’ रखा है।