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आने लगीं तालिबान राज की भयावह तस्वीरें, बैंकों में पैसा नहीं, नकदी का संकट छाया

अफगानिस्तान में तालिबान के राज शुरू होने के साथ ही बदतर हुए हालातों की भयावह तस्वीरें सामने आने लगी हैं। देश की जनता दाने दाने को मोहताज हो रही है और वित्तीय संकट साफ दिखने लगा है। इस बीच राजधानी काबुल में सैकड़ों अफगान ने एक बैंक के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और एटीएम मशीनों से नकदी निकालने के लिए लोगों की लंबी कतारें लग गईं। 

गौरतलब है कि इससे पहले संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने सूखे के कारण अफगानिस्तान में लाखों लोगों को मानवीय सहायता की जरूरत पड़ने के लिए चेतावनी जारी की थी। काबुल हवाईअड्डे पर आत्मघाती हमले में 169 अफगान और 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत के बावजूद हजारों लोग अभी भी देश से बाहर निकलने की उम्मीद में जुट रहे हैं। 

कई पश्चिमी देशों द्वारा मंगलवार की समयसीमा से पहले अपने निकासी प्रयासों को पूरा करने के बीच अमेरिका के नेतृत्व में लोगों को विमान के जरिये निकालने के प्रयासों को बंद कर दिया गया। इस बीच न्यू काबुल बैंक के बाहर प्रदर्शन कर रहे लोग अपने वेतन की मांग कर रहे हैं, जिसमे कई अधिकारी भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें पिछले तीन से छह महीनों से भुगतान नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि तीन दिन पहले बैंक फिर से खुलने के बावजूद कोई भी नकदी नहीं निकाल पाया है। 

गौरतलब है कि इससे पहले संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने सूखे के कारण अफगानिस्तान में लाखों लोगों को मानवीय सहायता की जरूरत पड़ने के लिए चेतावनी जारी की थी। काबुल हवाईअड्डे पर आत्मघाती हमले में 169 अफगान और 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत के बावजूद हजारों लोग अभी भी देश से बाहर निकलने की उम्मीद में जुट रहे हैं। 

कई पश्चिमी देशों द्वारा मंगलवार की समयसीमा से पहले अपने निकासी प्रयासों को पूरा करने के बीच अमेरिका के नेतृत्व में लोगों को विमान के जरिये निकालने के प्रयासों को बंद कर दिया गया। इस बीच न्यू काबुल बैंक के बाहर प्रदर्शन कर रहे लोग अपने वेतन की मांग कर रहे हैं, जिसमे कई अधिकारी भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें पिछले तीन से छह महीनों से भुगतान नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि तीन दिन पहले बैंक फिर से खुलने के बावजूद कोई भी नकदी नहीं निकाल पाया है। देश में हालांकि एटीएम मशीनें अभी भी काम कर रही हैं, लेकिन निकासी को 24 घंटे में लगभग 200 डॉलर तक सीमित कर दिया गया है। जिसके कारण मशीनों के बाहर लंबी कतारें लग गई है।