अशोक कुमार गुप्ता सम्पादक,एलएनटी
लखनऊ. बसपा सुप्रीमो मायावती रविवार 15 जनवरी को अपनी 61वां जन्मदिन मना रही है। मायावती के बर्थडे पर यूपी की सभी विधानसभा सीटों में केक कटेगी। मायावती अपने जन्मदिन को बीएसपी जन कल्याणकारी दिवस के तौर पर मना रही है। नोटबन्दी को बताया जनता को डराने की साजिश जिससे कोई लाभ नही निकला जनता हित में बीजेपी मुझे फ़साना चाहती थी लेकिन उसके मनसूबे सफल नही हुए ।
रविवार प्रेस कॉन्फ्रेंस में मायावती अपने जीवन पर लिखी किताब ब्लू बुक का 12वें भाग का विमोचन किया। मायावती की तैयारी अपने जन्मदिन के बहाने यूपी के वोटरों को अपनी बात समझाने की है। जाहिर है कि बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती पूरी तरह से चुनावी मूड में हैं।
वह हर मौके पर वोटरों और कार्यकार्ताओं को सहेजने की कोशिश कर रही हैं।मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सपा में चल रहे विवाद को नौटंकी बताया और मोदी के नोटबंदी के फैसले पर निशाना साधा। माया ने कहा, सपा और भाजपा यूपी की जनता का ध्यान भटका रही है। उन्होंने कहा कि मेरा जन्मदिन शाही अंदाज में नहीं मनाते हैं,सपा की तरह सरकारी धन की बर्बादी हम नहीं करते। मायावती ने कहा कि आचार संहिता की वजह से वे गरीबों की मदद नहीं कर पा रही है। उन्होंने कहा कि हम महापुरुषों के रास्ते पर हम चल रहे हैं। बसपा पांच राज्यों में अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ रही है।
BJP पर साधा निशाना
मायावती ने फिर से नोटबंदी के फ़ैसले पर सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी से पहले के 10 महीने के दौरान बीजेपी ने अपना धन जमीन के रूप में लिया और बैंकों में जमा कराया। अगर ये दूध के धुले हैं तो बीजेपी को इसका खुलासा करना चाहिए। मायावती ने कहा कि भाजपा लोकसभा चुनाव वादे पूरे नहीं कर पाई है। 22 करोड़ जनता में बीजेपी के खिलाफ रोष व्याप्त है। भाजपा छोटे कारोबारियों की समस्याएं नहीं खत्म कर पाई है। कालाधन वापस लाने की बात भाजपा की हवा- हवाई बातें है। न कालाधन खत्म कर पाई है न ही महंगाई।