प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 75 हफ्तों में 75 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को देश के विभिन्न हिस्सों में चलाने की घोषणा के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्रेनों के निर्माण योजना को फास्ट ट्रैक पर डाल दिया है। इस कड़ी में रेलवे ने शनिवार को 58 नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन निर्माण का टेंडर जारी कर दिया है। इसकी अंतिम तारीख 20 अक्तूबर है।
रेलवे मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि योजना के मुताबिक मिशन मोड मार्च 2024 तक कुल 102 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को बनाने का लक्ष्य रखा है। 44 ट्रेनों के निर्माण के लिए जनवरी माह में टेंडर जारी कर दिया गया था। जबकि 58 नई वंदे भारत निर्माण के लिए 28 अगस्त की दोपहर टेंडर जारी कर दिए गए। 30 वंदे भारत ट्रेन आईसीएफ चेन्नई और 14-14 ट्रेन एमसीएफ रायबरेली व आरसीएफ कपूरथला में बनेंगे। रेल मंत्री का लक्ष्य है कि मार्च 2024 तक 102 वंदे भारत ट्रेनों के निर्माण कार्य को पूरा कर लिया जाए।
देश की पहली स्वेदशी तकनीकी से निर्मित सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत का तेजी से निर्माण किया जा सके इसके लिए टेंडर दस्तावेजों में बदलाव किए गए हैं। जिससे घरेलू कंपनियां टेंडर प्रक्रिया में हिस्सा ले सकेंगी। इससे मोदी सरकार के मेक इन इंडिया का सपना भी पूरा होगा और वंदे भारत का निर्माण कार्य भी तेज होगा। अधिकारी ने बताया कि अगले साल से वंदे भारत ट्रेन के निर्माण की रफ्तार बुलेट ट्रेन की तर्ज पर होगी।
नई वंदे भारत ट्रेनों में कई बदलाव
नई वंदे भारत ट्रेनों में कई बदलाव किए गए हैं। इसमें रेक्लाइननिंग सीट को पुशबैक से लैस किया गया है। जिससे सीट को खिसकाकर सुविधानुसार आगे पीछे किया जा सकेगा। ट्रेन में सेंट्रालाइज्ड कोच होंगे जिससे एक ही जगह से पूरी ट्रेन पर नजर रखी जा सकेगी। बिजली चलने जाने पर वेंटिलेशन और लाइटिंग के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। यानी तीन घंटे तक वेंटिलेशन काम करेगा। हर कोच में अब चार इमरजेंसी विडों होंगी। पूरी ट्रेन का एसी बैक्टिरिया फ्री सिस्टम से लैस होगा। दरवाजे व खिड़की पर फायर सर्वाइवल केबल का इस्तेमाल होगा जिससे आग लगने पर उनको आसानी से खोला जा सकेगा