आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2019-2020 के दौरान मिजोरम में एड्स की बीमारी के चलते 443 लोगों की मौत हो गई। सोमवार को जारी सांख्यिकीय हैंडबुक मिजोरम 2020 के अनुसार, 2019-2020 के दौरान 2,339 लोगों को एड्स से संक्रमित पाया गया। इससे पहले 2018-19 में 2,237 लोग एचआईवी पॉजिटिव पाए गए थे और 716 लोगों की इस बीमारी से मौत हुई।
राज्य के अर्थशास्त्र और सांख्यिकी विभाग द्वारा जारी हैंडबुक में कहा गया है कि 2018-2019 में 65,615 सैंपल्स के मुकाबले 2019-2020 के दौरान 51,691 ब्लड सैंपल्स का टेस्ट किया गया।
राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) के अनुसार, अपनी कुल 10.91 लाख आबादी (2011 की जनगणना) में से 2.32 प्रतिशत संक्रमित होने के साथ, मिजोरम को देश में सबसे अधिक एड्स संक्रमित राज्य माना जा रहा है। मिजोरम ने अक्टूबर 1990 में अपना पहला एचआईवी पॉजिटिव मामला दर्ज किया था। मिजोरम स्टेट एड्स कंट्रोल सोसाइटी (MSACS) के अनुसार, अक्टूबर 1990 से सितंबर 2020 तक 1,972 गर्भवती महिलाओं सहित 23,092 लोगों में एड्स का पता चला और 2,877 लोगों की इस बीमारी से मौत हो गई।
राज्य में एचआईवी पॉजिटिव मामलों में से 78 प्रतिशत से अधिक सेक्सुअली ट्रांसमिटेड थे, जबकि लगभग 20 प्रतिशत मामले संक्रमित इंजेक्शन के कारण। एमएसएसीएस के अनुसार, यह अनुमान लगाया गया है कि मिजोरम में प्रति 1,000 लोगों पर लगभग 1.19 लोग एड्स से संक्रमित हैं। 25-34 आयु वर्ग के युवाओं में एड्स की दर सबसे अधिक है, जिसे कुल संक्रमितों का 42.59 प्रतिशत माना जा रहा है, इसके बाद 35-49 आयु वर्ग के 26.49 प्रतिशत लोग संक्रमित हैं।