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अफगान छोड़ते ही अमेरिका ने तालिबान को दिया दुनिया का भरोसा जीतने का फॉर्मूला, जानें क्या-क्या कहा

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि तालिबान को अंतरराष्ट्रीय वैधता और समर्थन हासिल करना होगा। उन्होंने कहा कि समूह अपनी प्रतिबद्धताओं और दायित्वों को पूरा करके ऐसा कर सकता है। अमेरिका द्वारा मंगलवार तड़के अफगानिस्तान में अपना मिशन समाप्त करने के कुछ घंटे बाद ब्लिंकन ने राष्ट्र के नाम एक संबोधन में यह बात कही।ब्लिंकन ने कहा, “तालिबान अंतरराष्ट्रीय वैधता और समर्थन चाहता है। तालिबान प्रतिबद्धताओं और दायित्वों को पूरा करके ऐसा कर सकता है। इसके लिए उसे यात्रा की स्वतंत्रता देना होगा। साथ ही महिलाओं और अल्पसंख्यकों सहित अफगान लोगों के मूल अधिकारों का सम्मान करना, आतंकवाद विरोधी पर अपनी प्रतिबद्धताओं को कायम रखना, उन लोगों के खिलाफ प्रतिशोध की हिंसा नहीं करना जो अफगानिस्तान में रहना पसंद करते हैं। और एक समावेशी सरकार बनाना होगा जो अफगान लोगों की जरूरतों को पूरा कर सके और उनकी आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित कर सके।”

ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका पिछले कुछ हफ्तों के दौरान रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए तालिबान के साथ जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा, “हम उस नई अफगान सरकार के साथ काम कर सकते हैं जो उन हितों को सुरक्षित करने में मदद करता है- जिसमें मार्क फ़्रीरिच की सुरक्षित वापसी शामिल है।” मार्क फ़्रीरिच एक अमेरिकी नागरिक है, जो पिछले साल की शुरुआत से इस क्षेत्र में बंधक बना हुआ है। 

ब्लिंकन ने कहा, “लेकिन हम इसे विश्वास के आधार पर नहीं करेंगे। हम जो भी कदम उठाएंगे, वह तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार के कहने पर नहीं बल्कि अपनी प्रतिबद्धताओं पर खरा उतरने के लिए होगा।”

उन्होंने कहा कि अमेरिका अफगानिस्तान के लोगों को मानवीय सहायता देना जारी रखेगा। ब्लिंकन ने कहा, “हम मानते हैं कि जब हम अपने सहयोगियों और भागीदारों के साथ समन्वय में काम करते हैं, तो हम और अधिक हासिल कर सकते हैं। पिछले दो हफ्तों में, हमने योजना बनाने और समन्वय करने के लिए सहयोगियों और भागीदारों के साथ गहन चर्चा की है।”उन्होंने कहा, “मैंने नाटो और G7 के विदेश मंत्रियों से मुलाकात की है। मैंने अपने दर्जनों समकक्षों के साथ आमने-सामने बात की है। पिछले हफ्ते, राष्ट्रपति बाइडेन ने G7 देशों के नेताओं से मुलाकात की। उप विदेश मंत्री वेंडी शर्मन हर दूसरे दिन दुनिया के सभी क्षेत्रों से 28 सहयोगियों और भागीदारों के एक समूह से बात कर रहे हैं।”