देश के में बढ़ते कोरोना केसों के बीच उत्तराखंड में भी स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए राज्य में खांसी, जुकाम और बुखार के सभी मरीजों की कोरोना जांच जरूरी कर दी गई है। इसके साथ ही अस्पतालों को फ्लू ओपीडी चलाने के निर्देश भी स्वास्थ्य महानिदेशक ने दिए हैं।
केरल सहित देश के कुछ राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। इसे देखते हुए तीसरी लहर की आशंका जाहिर की जा रही है। इसी आशंका के बीच राज्य सरकार ने भी संक्रमण पर रोकथाम के लिए नए सिरे से कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। सोमवार को अवकाश के बावजूद स्वास्थ्य महानिदेशक ने राज्य के सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को खांसी, जुकाम और बुखार के सभी मरीजों की जांच अनिवार्य करने को कहा गया है। साथ ही कोविड अस्पतालों में फ्लू ओपीडी चलाने को भी कहा गया है।
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि राज्य में पिछले कुछ दिनों से खांसी, जुकाम और वायरल फीवर के मरीज काफी संख्या में मिल रहे हैं। ऐसे में सभी मरीजों की कोरोना जांच कराने के मौखिक आदेश दे दिए गए हैं। जल्द इस संदर्भ में आदेश भी कर दिए जाएंगे। सभी चिकित्सा अधीक्षकों को अस्पतालों में फ्लू ओपीडी संचालित करने को कहा गया है। डॉ. बहुगुणा ने कहा कि देश के कुछ राज्यों में संक्रमण बढ़ रहा है। ऐसे में सभी को बेहद सतर्क रहने की जरूरत है।
जांच में कमी चिंताजनक:राज्य में कुछ समय से कोरोना सैंपलों की जांच बेहद धीमी हो गई है। दूसरी लहर के पीक के समय राज्य में प्रतिदिन 30 हजार के करीब जांच हो रही थी जो अब घटकर प्रतिदिन औसत 15 हजार के करीब हो गई है।