लाखों की भीड़ और फिर आत्मघाती हमले से जूझ चुके काबुल एयरपोर्ट पर जल्द ही फिर से अंतरराष्ट्रीय विमान लैंड हो सकेंगे। तालिबान ने काबुल हवाईअड्डे को जल्द से जल्द फिर से ऑपरेशनल बनाने की तैयारी की है। इस योजना को सफल बनाने में तालिबान की मदद करने के लिए एविएशन एक्सपर्ट्स की एक टीम बी काबुल पहुंची है।बुधवार को टेक्निकल टीम के साथ कतर का एक विमान काबुल पहुंचा। यह टीम हामिद करजई हवाईअड्डे का संचालन फिर से शुरू करने को लेकर चर्चा के लिए काबुल पहुंची है। ‘अल अरबिया’ ने कतर के विमान के काबुल पहुंचने का वीडियो भी ट्वीट किया है। खबरों के मुताबिक, तकनीकी सहायता देने को लेकर अभी तक कोई समझौता नहीं हुआ है लेकिन कतर की टेक्निकल टीम तालिबान की रिक्वेस्ट पर काबुल पहुंची है। फिलहाल दोनों पक्षों के बीच हवाईअड्डे की सुरक्षा और संचालन को लेकर बातचीत जारी है।
दरअसल, इस एयरपोर्ट के सामान्य संचालन को शुरू करने के पीछे दो मकसद हैं। पहला तो मानवीय सहायता अफगानिस्तान तक पहुंच सके और दूसरा लोगों को घूमने की आजादी मिले।
हालांकि, इस बीच तालिबान के वरिष्ठ नेता अनस हक्कानी ने यह दावा किया है कि उनका संगठन काबुल एयरपोर्ट को दोबारा पुरानी स्थिति में लाना चाहता है क्योंकि पश्चिमी देशों की सेनाओं ने अपने बचाव अभियान के दौरान इस हवाईअड्डे को तहस-नहस कर दिया है।
31 अगस्त को अमेरिकी सेना पूरी तरह से अफगानिस्तान को छोड़ चुकी है। इसके बाद तालिबान ने काबुल हवाई अड्डे को अपने कब्जे में ले लिया था।