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मोटापे से पीड़ित एक चौथाई लोग मानसिक समस्याओं के भी शिकार, एम्स के अध्ययन से हुआ खुलासा

मोटापे से पीड़ित लगभग एक चौथाई लोग अवसाद, तनाव जैसी मानसिक समस्याओं से पीड़ित हैं। एम्स दिल्ली के एक ताजा अध्ययन में यह बात सामने आई है। इस शोध के मुताबिक, मोटापे से पीड़ित 24 फीसदी लोग किसी न किसी मानसिक समस्या से पीड़ित हैं। ये सभी ऐसे लोग हैं जिन्हें मोटापे के अलावा कोई और शारिरिक बीमारी नहीं थी। एक अन्य शोध के मुताबिक, आम जनता में 5 फीसदी लोगों के मानसिक रोगों से पीड़ित होने का अनुमान है।

यह अध्ययन मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर नवल किशोर विक्रम के नेतृत्व में किया गया है। प्रोफेसर नवल ने बताया कि सम्भव है मानसिक परेशानियों की वजह से लोग मोटापे का शिकार हो गए हैं और यह भी संभव है कि मोटापे की वजह से लोग मानसिक विकारों का शिकार हो गए हैं। उन्होंने कहा कि यह शोध बताता है कि मोटापे का समाधान निकालने के लिए ऐसे मरीजों में मानसिक रोगों की पहचान करना बेहद जरूरी है।

एम्स ने अध्ययन के लिए 984 मोटापे पीड़ित लोगों को चुना। ये ऐसे लोग थे जिनका बॉडी मास इंडेक्स 25 से अधिक था। इन 984 लोगों में 150 ऐसे मोटापे से पीड़ित लोगों का मिनी टूल के जरिये विश्लेषण किया जिन्हें पहले मोटापे के साथ कोई दूसरी बीमारी नहीं थी और न ही कोई मनोरोग था। इन लोगों का 26 सवालों के आधार पर विश्लेषण किया गया तो पता चला कि 24 फीसदी लोग किसी न किसी मानसिक समस्या से पीड़ित हैं। अध्ययन में शामिल लोगों में 68.6 फीसदी महिलाएं थीं। महिला

मोटापा पीड़ित कितने फीसदी लोगों में मानसिक समस्याएं मिली

मानसिक रोग                     इतने फीसदी लोगों में मिला

कोई भी मानसिक समस्या              24%

गम्भीर अवसाद                            18.66%

एंग्जाइटी                                     3.44 %

पैनिक डिसॉर्डर                             5%

63 फीसदी लोग खुद को मोटापे से पीड़ित मान ही नहीं रहे थे

इस अध्ययन में चौंकाने वाली बात यह थी कि 63 फीसदी मोटापे से पीड़ित लोग खुद को मान ही नहीं रहे थे कि वे इसके शिकार हैं। लगभग 73 फीसदी लोग देखने में मोटे होने पर ही मोटापे का शिकार होना कह रहे थे। एक तिहाई लोग जो खुद को मोटापा पीड़ित नहीं मान रहे थे उनका बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) 30 से भी अधिक था। दो तिहाई लोग जो खुद के वजन को ठीक बता रहे थे उनका बॉडी मास इंडेक्स 25 से 30 के बीच था।