रविवार को भी उत्तराखंड राज्य के जनपदों के अधिकांश स्थानों में हल्की से मध्यम के साथ ही गर्जन के साथ तेज बौछारें पड़ने की चेतावनी मौसम विभाग ने दी है। उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, जनपदों में भारी बारिश की संभावना जताते हुए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग बंद
चमोली जनपद में गौचर से माणा गांव तक बदरीनाथ हाईवे सुचारू है। जोशीमठ-नीती हाईवे भी सुचारू है। चमोली जनपद में बारिश और भूस्खलन से 13 सड़कें अभी भी बंद हैं। जनपद में मौसम सामान्य है। गंगोत्री और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात सुचारू है। रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग भटवाड़ीसैंण में अवरूद्ध है।
मौसम विभाग ने पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं आकाशीय बिजली चमकने के साथ गर्जन की संभावना भी जताई है। देहरादून में आसामान में आमतौर पर बादल छाए रहेंगे। हल्की के मध्यम वर्षा और गर्जन के साथ तेज बौछारें के कुछ दौर हो सकते हैं। मौसम विभाग के मुताबिक कुछ क्षेत्रों में एक या दो दौर की तीव्र बारिश हो सकती है।
मलबा निकालने और कपड़े सुखाने में बीता दिन
देहरादून में लगातार बारिश के बाद शनिवार को कुछ राहत रही। दिनभर आसमान में बादल छाए रहे, लेकिन बारिश नहीं हुई। इससे लोगों को संभलने का मिला और घरों, दुकानों में घुसे मलबे निकालने में दिन बीता। हालांकि शाम के समय हल्की बारिश शुरू होने से एक बार फिर कई इलाकों के लोग दहशत में दिखे।
गुरुवार को दून में भारी बारिश ने मचाई थी तबाही
गुरुवार को दून में भारी बारिश ने काफी तबाही मचाई थी। नदी, नाले उफानने से कई घरों और दुकानों में मलबा और पानी घुस गया था। इससे लाखों का सामान भी बर्बाद हुआ। शुक्रवार को भी मौसम साफ नहीं रहा। लिहाजा लोगों को मलबा निकालने और कपड़े आदि सुखाने का मौका नहीं मिला। शनिवार को मौसम आमतौर पर साफ रहा।
आसमान में बादल छाए रहे, लेकिन बारिश नहीं हुई। जिससे लोगों ने भी राहत की सांस ली। लोगों को पूरा दिन घर और दुकानों का मलवा साफ करने और कपड़े आदि सुखाने में बीता। हालांकि शाम के समय फिर से बारिश होने से लोग खासकर नदी किनारे बसे लोग एक बार फिर दहशत में दिखे।
धस्माना ने लिया नुकसान का जायजा
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना शनिवार को ओल्ड मसूरी रोड स्थित भगवान शिव के प्राचीन शिव बावड़ी मंदिर पहुंचे और वहां बरसात से हुए नुकसान का जायजा लिया। धस्माना ने बताया कि शुक्रवार दोपहर मंदिर के प्रांगण का पुश्ता भारी बारिश में गिर गया था। हालांकि मंदिर को कोई खतरा नहीं है। फिर भी मंदिर को जाने वाली सीढ़ियां प्रभावित हुई हैं और आगे नुकसान का खतरा है। धस्माना ने मंदिर का निरीक्षण कर जानकारी हासिल की। धस्माना ने स्वामी को आश्वस्त किया कि वह शीघ्र पुश्ते के पुनर्निर्माण का काम करवाएंगे।