Ram Temple: अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बनाया जा रहा है। ताजा खबर यह है कि रामजन्मभूमि परिसर में केवल भगवान श्रीराम के ही दर्शन नहीं होंगे। यहां आने पर भक्त 6 अन्य देवी-देवाओं के दर्शन लाभ भी कर सकेंगे। राम मंदिर निर्माण समिति द्वारा तैयार अंतिम ब्लू प्रिंट के अनुसार, राम मंदिर परिसर में छह अन्य मंदिर भी बनेंगे। ये मंदिर सूर्य, गणेश, शिव, दुर्गा, विष्णु और ब्रह्मा को समर्पित होंगे। राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने कहा, देवताओं के ये छह मुख्य मंदिर साथ ही बनाए जाएंगे। इस तरह राम मंदिर की बाहरी परिधि लेकिन परिसर के भीतर भगवान राम की पूजा के साथ-साथ इन देवताओं की पूजा हिंदू धर्म में भी बहुत महत्वपूर्ण है।
अनिल मिश्रा के मुताबिक, राम मंदिर की नींव का निर्माणकार्य युद्धस्तर पर जारी है। अक्टूबर के अंत या नवंबर के पहले सप्ताह तक इसका काम पूरा होने की उम्मीद है। मंदिर निर्माण में बड़े स्तर पर पत्थरों का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके के लिए मंदिर परिसर में चार अलग-अलग स्थानों पर चार टावर क्रेन लगाए जाएंगे। 1,20,000 वर्ग फीट और 50 फीट गहरे खुदाई वाले नींव क्षेत्र का अक्टूबर के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि मंदिर ट्रस्ट ने नींव के लिए पर चार अतिरिक्त परतों के निर्माण का निर्णय लिया है ताकि नींव को समुद्र तल से 107 मीटर ऊपर लाया जा सके। इससे पहले नींव में जहां 44 परतों में भराव सामग्री का उपयोग किया जाना था, अब इसे 48 परतों तक बढ़ा दिया गया है। नींव भरने का काम पूरा होने के बाद सात फुट के राफ्ट की ढलाई फिर से की जाएगी। यह कास्टिंग कंक्रीट से की जाएगी जिसमें सीमेंट का भी इस्तेमाल किया जाएगा। अभी तक सीमेंट का उपयोग इंजीनियर्ड फील्ड सामग्री में नहीं किया जा रहा था, बल्कि पत्थर की धूल और फ्लाई ऐश का उपयोग किया जा रहा था।