प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मिले गिफ्ट ऑनलाइन नीलाम हो रहे हैं। कोई भी आम आदमी इस नीलामी में भाग लेकर प्रधानमंत्री को मिले उपहार खरीद सकता है। इस नीलामी को लेकर लोगों के अंदर गजब का उत्साह देखा जा रहा है। बड़ी संख्या में लोग इस नीलामी में भाग ले रहे हैं और प्रधानमंत्री को मिले उपहारों के लिए बड़ी-बड़ी बोलियां लगा रहे हैं। इस दौरान नीरज चोपड़ा के भाले के लिए 10 करोड़ तक की बोली लग चुकी है। पीएम मोदी ने रविवार को नागरिकों को इस ई-नीलामी में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया, जहां उनके मिले उपहारों और स्मृति चिन्हों को बेचा जा रहा है।
पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा, “समय के साथ, मुझे कई उपहार और स्मृति चिन्ह मिले हैं जिनकी नीलामी की जा रही है। इसमें हमारे ओलंपिक नायकों के विशेष स्मृति चिन्ह शामिल हैं। नीलामी में भाग लें। इससे मिलने वाला पैसा नमामि गंगे पहल में जाएगा।” इसके साथ पीएम मोदी ने ई-नीलामी के पोर्टल का लिंक भी साझा किया।
क्या हो रहा है नीलाम
पीएम मोदी को मिले उपहारों और स्मृति-चिह्नों की ई-नीलामी केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय कर रहा है। नीलाम किए जाने वाले स्मृति-चिह्नों में पदक जीतने वाले ओलिंपियन और पैरालिंपियन के स्पोर्ट्स गियर और उपकरण के अलावा अयोध्या में राम मंदिर की प्रतिकृति, चारधाम, रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर, माडल, मूर्तियां, पेंटिंग, अंगवस्त्र आदि शामिल हैं।
कुल 1300 गिफ्ट हो रहे है नीलाम
इस दौरान करीब 13 सौ उपहारों को नीलामी के लिए रखा गया है। साथ ही सभी का बेस प्राइस भी तय किया गया। ओलिंपिक में स्वर्ण जीतने वाले नीरज चोपड़ा के भाले और पैरालिंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले सुमित एंटिल के भाले का बेस प्राइस एक करोड़ रुपये रखा गया था, लेकिन अब तक 10 करोड़ रुपये की बोली लग चुकी है। कोई भी इच्छुक व्यक्ति या संगठन 17 सितंबर से सात अक्टूबर के बीच वेबसाइट ‘https://pmmementos.gov.in पर जाकर ई-नीलामी में भाग ले सकता है। ई-नीलामी से प्राप्त धनराशि गंगा के संरक्षण और कायाकल्प के उद्देश्य से नमामि गंगे मिशन को दी जाएगी।
2019 में भी हुई थी नीलामी
2019 में भी प्रधानमंत्री को मिले उपहारों की नीलामी हो चुकी है। उस समय ई-नीलामी के साथ-साथ नेशनल गैलरी आफ माडर्न आर्ट में दो दिनों तक सामान्य नीलामी हुई थी। उस दौरान 1,800 स्मृति चिह्न नीलाम किए गए थे। इसमें हाथ से बनाई लकड़ी की एक बाइक भी शामिल थी, जिसे पांच लाख रुपये में नीलाम किया गया था।