भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता कन्हैया कुमार आज कांग्रेस में शामिल होंगे। दिल्ली कांग्रेस मुख्यालय में शाम साढ़े चार बजे कन्हैया और गुजरात से विधायक जिग्नेश मेवानी को पार्टी की सदस्यता दिलाई जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी की मौजूदगी में कन्हैया कुमार कांग्रेस पार्टी का दामन थामेंगे, लेकिन कन्हैया के कांग्रेस में आने से पहले ही विरोध शुरू हो गया है। विपक्षी दलों के अलावा खुद कांग्रेस के कई नेताओं ने सवाल खड़े किए हैं।
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने सवाल उठाए हैं। तिवारी ने ट्वीट किया कि कांग्रेस में आज कुछ कम्युनिस्ट नेताओं के शामिल होने की अटकलें हैं। ऐसे में 1973 में छपी ‘कम्युनिस्ट इन कांग्रेस’ पढ़ी जानी चाहिए, चीजें जितनी बदलती हैं उतनी ही समान लगती हैं। इसके अलावा कई और नेताओं ने कन्हैया को पार्टी में शामिल करने को लेकर चिंता जताई है।
भाजपा ने कांग्रेस पर साधा निशाना
वहीं, भाजपा ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि टुकड़े-टुकड़े गैंग को आखिर कांग्रेस ने शामिल कर ही लिया। आने वाले समय में जनता कांग्रेस को जवाब देगी। संबित पात्रा के अलावा केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल होने पर तंज कसा। नकवी ने कहा कि ये बस एक जग हसाई है, उससे ज्यादा कुछ नहीं। उन्होंने कहा कि जब नेतृत्व और नीतियां पूरी तरह से खत्म हो जातीं हैं तो इसी तरह के हालात दिखाई देते हैं। ये टुकड़े-टुकड़े गैंग को जोड़ने का जुगाड़ है ।
सीपीआई ने कन्हैया को बेगूसराय से उम्मीदवार बनाया था
दरअसलस सीपीआई ने कन्हैया कुमार को 2019 के लोकसभा चुनाव में बिहार के बेगूसराय सीट से भाजपा के गिरिराज सिंह के खिलाफ उतारा था। इस चुनाव में कन्हैया 4 लाख से अधिक वोटों से हार गए थे। उसके बाद पार्टी उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी देने से बच रही थी। पिछले साल 2020 में पटना में कुन्हैया कुमार और सीपीआई के कार्यालय सचिव इंदुभूषण वर्मा के साथ मारपीट भी हुई थी। कन्हैया को लेकर पार्टी में नाराजगी बढ़ती जा रही थी। हैदराबाद में कन्हैया के खिलाफ निंदा प्रस्ताव भी पारित हुआ था। यहीं से कन्हैया का वामपंथी दल से मोहभंग हो गया। कन्हैया दूसरे विकल्प की तलाश में थे।
कन्हैया कुमार ने कांग्रेस में शामिल होने से ठीक पहले अपने समर्थकों के बीच मैसेज भेजा। कन्हैया ने बताया की भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद 3 बजे कांग्रेस हेड क्वार्टर में जाकर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करेंगे। कन्हैया कुमार ने अपने संदेश में बताया कि वो सीपीआई से भले ही अलग हो रहे हैं पर भगत सिंह और समाजवाद के विचारों से अलग नहीं हुए हैं।