केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ सोमवार को किसान संगठनों ने भारत बंद किया। बिहार में लेफ्ट के साथ-साथ महागठबंधन की पार्टियां राजद और कांग्रेस ने भी इस बंद को समर्थन दिया है। राजद समेत सभी पार्टियों के तमाम कार्यकर्ता सुबह से सड़क पर उतर आए, पर बंद को समर्थन देने वाले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव नहीं दिखे। तेजस्वी फिलहाल दिल्ली में हैं। हालांकि, इससे पहले भी कई ऐसे बंद के दौरान देखा गया है कि दोनों ही भाई समर्थन के बाद भी सड़क पर नहीं उतरे।
महागठबंधन की बैठक में तेजस्वी थे और महागठबंधन के साथियों के साथ हाथ उठाकर उन्होंने भी बंद में शामिल होने की बात कही थी। ऐसे संकेत मिले हैं कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव महागठबंधन को अपने हिसाब से चलाना चाहते हैं और माले जैसी पार्टियां तेजस्वी के हिसाब से चलने को तैयार नहीं होतीं।
हालांकि, भारत बंद का आह्वान किसान संगठनों ने किया है। यह बात जरूर है कि माले ने एक्टिव होकर महागठबंधन की पार्टियों को पत्र लिखा और तेजस्वी यादव सहित कांग्रेस से समर्थन मांगा। इसके बाद महागठबंधन की बैठक राबड़ी आवास में की गई थी। बैठक के बाद कांग्रेस और राजद ने भारत बंद को सफल बनाने की अपील लोगों से की। इसमें बिहार से जुड़े मुद्दे भी जोड़े गए। बिहार के यह मुद्दे वैसे मुद्दे हैं, जिसे तेजस्वी यादव भी खूब उठाते रहे हैं। जैसे- रोजगार के वायदे का सवाल, योजनाओं में घोटाले का सवाल, जाति जनगणना का सवाल।
नेता प्रतिपक्ष की कमी खलेगी
आमतौर पर जब भी महागठबंधन की ओर से किसी बंद का समर्थन किया जाता है तो सभी की नजर इस पर रहती है कि तेजस्वी यादव सड़क पर उतरते हैं कि नहीं। तेजस्वी यादव की पार्टी राजद, बिहार की सबसे बड़ी पार्टी है और तेजस्वी यादव खुद नेता प्रतिपक्ष भी हैं। बताया जा रहा है कि निजी कारणों से वे दो दिनों पहले दिल्ली गए हैं।
इससे पहले भी कई कार्यक्रमों में शामिल नहीं हुए तेजस्वी
- 19 जुलाई को महंगाई के खिलाफ राजद की ओर से किए गए आंदोलन में तेजस्वी यादव शामिल नहीं हुए थे। हरी झंडी दिखाकर दोनों भाई (तेजस्वी व तेज प्रताप) चले गए।
- 7 अगस्त को जाति जनगणना के सवाल पर राजद का धरना-प्रदर्शन था लेकिन इसमें भी तेजस्वी नजर नहीं आए।
- कोविड के समय जब पप्पू यादव जैसे नेता एक्टिव दिखे, उस समय भी नेता प्रतिपक्ष नहीं दिखे। दिल्ली में रहकर पटना स्थित अपने सरकारी आवास में मरीजों के लिए बेड जरूर लगवाया था और सरकार से यहां मरीजों के इलाज की अनुमति मांगी थी।
नेता प्रतिपक्ष के जिम्मे कई तरह के काम होते हैं: RJD प्रवक्ता
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भारत बंद में क्यों शामिल नहीं हुए और वे ऐसे आयोजनों से गायब क्यों हो जाते हैं, इस सवाल के जवाब में राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि उनके जिम्मे कई तरह के काम होते हैं। उन्हीं के आह्वान पर जगदानंद सिंह, अब्दुल बारी सिद्दीकी, श्याम रजक आदि नेता सड़क पर उतरे।
माले के राज्य सचिव कुणाल ने कहा- ‘इसका जवाब तो उनकी पार्टी दे सकती है। कोई बड़ी व्यस्तता रही होगी, जिस कारण उन्हें बाहर जाना पड़ा होगा। इसलिए शामिल नहीं हुए होंगे। राजद के कई बड़े नेता जगदानंद सिंह, सिद्दीकी आदि जोश खरोश के साथ थे।’
कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा- ‘राजद के कई बड़े नेता भारत बंद में सड़क पर थे। कांग्रेस के नेता भी थे। नेता प्रतिपक्ष क्यों नहीं शामिल हुए ये कांग्रेस कैसे बता सकती है।’