कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा को लखीमपुर खीरी पहुंचने से पहले ही लखनऊ में पुलिस ने रोका लिया लेकिन कुछ देर बाद प्रियंका खीरी के लिए रवाना हो गईं। बताया जा रहा है कि घटना के बाद से ही पुलिस-प्रशासन इस कोशिश में है कि किसी भी राजनीतिक दल के नेता को खीरी पहुंचने से रोका जाए। इस बीच सतीश चंद्र मिश्रा ने अपना लखीमपुर दौरा स्थगित कर दिया है। पुलिस ने उन्हें न जाने के लिए हाउस अरेस्ट किया था। सतीश चंद्र मिश्रा को लिखित नोटिस दिया गया कि लखीमपुर खीरी न जाएं वहां धारा 144 लागू की गई है।
प्रियंका गांधी के लखीमपुर दौरे से जुड़ा अपडेट्स….
कांग्रेस ट्विटर पर, नाकों पर पुलिस द्वारा काफिले को रोके जाने का वीडियो भी साझा कर रही है। इस जानकारी के मुताबिक प्रियंका सीतापुर के सिधौली पहुंच चुकी हैं। सड़क पर ट्रक लगाकर कार्यकर्ताओं और मीडिया को पुलिस रोक रही है।
सीतापुर टोल प्लाजा पर प्रियंका गांधी के काफिले को रोक लिया गया। प्रियंका गांधी गाड़ी से उतरकर वहां से भी पैदल रवाना।
प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं पीड़ितों के परिवारों से मिलने जा रही हूं। उनके आंसू पोंछने जा रही हूं। पीड़ितों का दर्द साझा करने जा रही हूं। आज जो हुआ वह दिखाता है कि सरकार किसानों को कुचलने की राजनीति कर रही है। उन्हें खत्म करने की राजनीति हो रही है।
प्रियंका को खीरी जाने से रोकने के दौरान पुलिस से धक्का-मुक्की हुई। बावजूद इसके प्रियंका लखीमपुर के लिए रवाना हो गईं।
बसपा नेता सतीश मिश्रा ने कहा कि हम वहां जाना चाहते हैं। क्या वे काले कानून का विरोध करने पर किसानों को कारों से कुचल देंगे? हमें वहां कानून-व्यवस्था की गड़बड़ी का हवाला देकर नहीं जाने दिया। अगर वे हमें नजरबंद करना चाहते हैं तो लिखित आदेश बताएं।
लखीमपुर खीरी में प्रदर्शनकारी किसानों पर कार चढ़ाने से मचे बवाल पर प्रदेश की योगी सरिकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। सभी ने कड़े शब्दों में सरकार की निंदा की है। वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी रविवार रात को ही लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गईं जबकि अखिलेश यादव कल जाएंगे।
प्रियंका गांधी कल ही लखनऊ पहुंची थीं। यहां से वह लखीमपुर खीरी के लए रवाना हो गईं। राज्यसभा सांसद दीपेंदर हुड्डा भी प्रियंका के साथ लखीमपुर जा सकते हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने बयान दिया कि सत्ता के नशे में चूर ऐसी घमंडी सरकार आज तक नहीं देखी होगी। उन्होंने कहा कि सत्ता का ऐसा नशा न आपने कभी देखा होगा न सुना होगा। आंदोलनकारी किसानो को मंत्री के बेटे ने गाड़ी से रौंदकर मार दिया। कितने किसानो की शहादत लेंगे मोदी जी? उन्होंने कहा कि हत्यारों को गिरफ़्तार करो सीबीआई से जांच कराओ परिवार को मुआवजा दो।
छत्तीसगढ़ के सीएम आज लखीमपुर पहुंचेंगे
इस बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज लखीमपुर जाने का फैसला किया है। उन्होंने ट्विटर पर बताया कि उत्तर प्रदेश में किसानों के साथ जो वहशी व्यवहार हुआ वह अक्षम्य है। मैं किसान हूं। किसान का दर्द समझता हूं। इन कठिन परिस्थितियों में उनके साथ खड़े होने के लिए कल सुबह लखीमपुर जाउंगा।
जयंत चौधरी भी पहुंचेंगे
राष्ट्रीय लोक दल के मुखिया जयंत चौधरी भी सोमवार को लखीमपुर खीरी पहुंच रहे हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि किसान का खून बहाया गया है। कल घटनास्थल पर पहुंचूंगा।
लखीमपुर रवाना होंगे रंधावा
पंजाब के उप-मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा सोमवार को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जाएंगे और वहां की स्थिति का मौके पर जायजा लेंगे। रंधावा ने कहा कि वह पीड़ितों के परिवारों से व्यक्तिगत रूप से मिलना चाहते हैं और वहां की स्थिति के बारे में प्रत्यक्ष रूप से जानकारी लेना चाहते हैं। डिप्टी सीएम के साथ अधिकारियों की एक टीम भी होगी। रंधावा ने पीड़ितों को न्याय दिलाने का वादा करते हुए किसानों से हर कीमत पर शांति बनाए रखने की अपील की है।
अखिलेश आज जाएंगे
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सुबह कुछ नेताओ के साथ खीरी के लिए निकलेंगे। उन्होंने सभी वरिष्ठ नेताओ को सुबह पार्टी कार्यालय बुलाया है। सपा अध्यक्ष का संदेश लेकर मौके पर पहुंचे एमएलसी शशांक यादव ने बताया कि संदेश में किसानों के साथ रहने, हर संभव मदद का भरोसा दिया गया है। इसमें यह भी कहा गया है कि वे (अखिलेश ) जल्द पहुंचेंगे उनके बीच।
सीएम योगी लखनऊ लौटे
वहीं, मामले की जानकारी पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से वापस लखनऊ लौट पड़े हैं। वह अपने गृह जिले के दौरे पर थे। बता दें कि लखीमपुर खीरी में रविवार को जमकर बवाल हुआ। आरोप है कि यहां तिकुनिया में उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के काफिले को काला झंडा दिखा रहे किसानों पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे ने कार चढ़ा दी। इसमें चार किसानों की मौत हो गई। आक्रोशित किसानों ने अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र की गाड़ी पर हमला कर दिया। किसी तरह आशीष जान बचाकर भाग गया, जबकि उसके ड्राइवर को भीड़ ने पीटकर मार डाला। मौके पर कई थानों की फोर्स लगा दी गई है।
राज्य मंत्री की टिप्पणी से आहत थे किसान
किसानों का आरोप है कि वह कृषि कानूनों के खिलाफ और गृह राज्य मंत्री की किसानों के प्रति की गई टिप्पणी से आहत थे। इसके विरोध में उन्होने काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन करना तय किया था। इसलिए वह तिकुनिया कस्बे से थोड़ी दूर विद्युत उपकेंद्र के आगे बैरियर के पास खड़े थे, लेकिन उन्हें सूचना मिली थी कि सांसद के गांव बनवीरपुर जाने के लिए डिप्टी सीएम का मार्ग बदल गया है।
इसी दौरान खीरी सांसद अजय मिश्र टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा उर्फ मोनू दो गाड़ियों से उसी रास्ते से निकले तो, किसानों ने उनकी गाड़ी को रोककर विरोध करने की कोशिश की। किसानों का आरोप है कि इस बीच सांसद पुत्र के ड्राइवर ने उन पर गाड़ी चढ़ा दी, जिससे कई किसान घायल हो गए। बाद में चार किसानों की मौत हो गई। एक मृतक किसान गुरविंदर सिंह पुत्र सुखविंदर सिंह बहराइच के मोहनिया गांव और दलजीत सिंह बंजारा टांडा गांव का रहने वाला था। वहीं, बजिंदर सिंह ग्राम बैरिया थाना निघासन गंभीर रूप से घायल हैं।