समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज बड़ी संख्या में पार्टी से निकाले गए पदाधिकारियों का निष्कासन तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया है। समाजवादी कुनबे के घमासान के बीच पार्टी से निकाले गए नौ प्रमुख नेताओं की आज वापसी कर दी गई। प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने बताया कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की स्वीकृति से यह निष्कासन तत्काल प्रभाव से समाप्त किया गया है। एमएलसी संजय लाठर, सुनील यादव, आनन्द भदौरिया, अरविन्द प्रताप सिंह, उदयवीर सिंह, यूथ ब्रिगेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव दुबे व प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद एबाद, युवजन सभा के प्रदेश अध्यक्ष बृजेश यादव और छात्रसभा के प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह देव का निष्कासन निरस्त किया गया है।
शिवपाल सिंह यादव के प्रदेश अध्यक्ष घोषित होने के बाद बर्खास्त फ्रंटल संगठनों के पदाधिकारियों को पुन: कमान सौंपी गई है। अखिलेश टीम के वही पुराने चेहरे समाजवादी फ्रंटल संगठन पर काबिज हो गए हैं।
बुधवार को सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की स्वीकृति से सम्बद्ध प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष नामित कर दिए। नरेश उत्तम के अनुसार, गीता सिंह-महिला समाजवादी सभा, आनन्द अग्रवाल-समाजवादी व्यापार सभा, बृजेश यादव-समाजवादी युवजन सभा, प्रदीप तिवारी-समाजवादी लोहिया वाहिनी, मोहम्मद एबाद-मुलायम सिंह यादव यूथ ब्रिगेड और दिग्विजय सिंह देव को समाजवादी छात्र सभा का प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया गया है। शिवपाल ने अध्यक्ष बनते ही इन सबको बर्खास्त कर दिया था। महिला सभा में श्वेता सिंह को अखिलेश के प्रदेश अध्यक्ष रहते ही कमान सौंपी गई थी, लेकिन इस बार गीता सिंह पर भरोसा जताया गया है। गीता पहले भी महिला सभा की अध्यक्ष थीं।