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मुक्तसर पुलिसकर्मी व चालक को सब जेल के गेट पर एंबुलेंस में बंद कर एक कैदी फरार हो गया। फिरोजपुर जेल में बंद आरोपी को हार्ट प्रॉब्लम के चलते इलाज के बाद गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज फरीदकोट से रेफर कर मुक्तसर सब जेल में 14 दिनों के लिए क्वारंटीन करने के लिए लाया जा रहा था। आरोपी बड़ी मात्रा में नशीली गोलियों सहित पकड़े जाने के बाद जेल में बंद था। जानकारी के अनुसार नशीली गोलियों सहित पकड़े गए आरोपी गांव झोक हरीहर निवासी अमृतपाल सिंह को गत छह नवंबर को हार्ट प्रॉब्लम के चलते फरीदकोट के मेडिकल कॉलेज में दाखिल कराया गया था।
दो पुलिसकर्मी ड्यूटी छोड़ चले गए घर
नौ नवंबर को उसे मेडिकल कॉलेज से डिस्चार्ज कर दिया गया। इसके उपरांत 14 दिन क्वारंटीन के लिए उसे एंबुलेंस से मुक्तसर की सब जेल में लाया जा रहा था। सुरक्षा के लिए एंबुलेंस में तीन एएसआई को तैनात किया गया था। इस दौरान एएसआई गुरचरन सिंह फरीदकोट में ही एंबुलेंस से उतरकर घर चला गया। दूसरा एएसआई ज्ञान सिंह सादिक में उतर गया, क्योंकि उसका घर वहां पर पड़ता था। अब एएसआई रणजीत सिंह व चालक बेअंत सिंह ही बंदी अमृतपाल को स्थानीय सब जेल लेकर पहुंचे।
बंदी को जब सब जेल के गेट पर एंबुलेंस से उतारा जा रहा था तो अमृतपाल ने कहा कि उसका डिस्चार्ज कार्ड एंबुलेंस में ही कहीं गिर गया है। वह अंदर कार्ड ढूंढने लगा। एएसआई रणजीत सिंह व चालक बेअंत सिंह भी एंबुलेंस के भीतर जाकर डिस्चार्ज कार्ड ढूंढने लगे। इस दौरान अमृतपाल सिंह ने एएसआई और चालक को एंबुलेंस में बंद कर दिया और फरार हो गया।
एंबुलेंस चालक के बयान पर केस हुआ दर्ज
आरोपी के भागने में तीनों पुलिसकर्मियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। इसलिए थाना सदर पुलिस ने एंबुलेंस चालक बेअंत सिंह के बयान पर एएसआई गुरचरन सिंह, एएसआई ज्ञान सिंह तथा एएसआई रणजीत सिंह के खिलाफ ड्यूटी में लापरवाही बरतने का केस दर्ज किया है। साथ ही फरार हुए बंदी के खिलाफ भी केस दर्ज किया है। मामले के तफ्तीशी अधिकारी एएसआई जसवीर सिंह ने बताया कि फरार बंदी की तलाश की जा रही है।
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