यूपी चुनाव को लेकर तारीखों का एलान कर दिया गया है। इसके साथ ही सभी राजनीतिक दलों ने प्रत्याशी घोषित करने को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। इस बीच शनिवार को भाजपा नेता दयाशंकर सिंह की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर से मुलाकात ने सियासी कयासबाजियों को बल दे दिया है। दयाशंकर सिंह ने खुद भी अमर उजाला से इस मुलाकात की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि हमारी मुलाकात हुई है तो जाहिर सी बात है कि राजनीतिक चर्चाएं भी हुईं। बता दें कि यह तीसरी बार है जब दयाशंकर सिंह ने राजभर से मुलाकात की थी।
2017 के चुनाव में राजभर की पार्टी ने भाजपा के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा था। भाजपा ने सुभासपा को आठ सीटें दी थी जिनमें से चार पर उसे जीत मिली थी। राजभर का पूर्वांचल व बुंदेलखंड में राजभर बाहुल सीटों का खास प्रभाव है। भाजपा नेताओं ने महान दल प्रमुख केशव देव मौर्य से भी मुलाकात की थी।
हालांकि, ओम प्रकाश राजभर का सपा के साथ गठबंधन हो गया है। गठबंधन के एलान के बाद राजभर ने कहा था कि अगर अखिलेश उन्हें एक भी सीट नहीं देते हैं तो भी वह सपा के साथ ही रहेंगे। राजभर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी कठोर टिप्पणी करते रहे हैं। हालांकि, अक्सर उनके भाजपा के साथ फिर से आने के कयास लगते रहे हैं।