यूपी के बलिया जिले में सियासी गर्माहट का कारण बने आरती हत्याकांड का पुलिस ने सोमवार को सनसनीखेज खुलासा कर। आरती की हत्या उसके प्रेमी ने ही की थी। शादी के लिए दबाव बनाने पर बीते चार जनवरी को आरती को पानी में डूबोकर मार डाला था। शव माइनर के पास से बरामद हुआ था। पुलिस ने आरोपी प्रेमी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बीते चार जनवरी को थाना उभांव अंतर्गत ग्राम अवाया के पास छोटी माइनर के पास एक किशोरी का शव बरामद हुआ था। उसकी शिनाख्त आरती (17) पुत्री शिवनारायन राजभर निवासी ग्राम चौकिया थाना उभांव के रूप में की गई थी। पिता की तहरीर पर अज्ञात पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
पुलिस पर लग रहा था मामले को दबाने का आरोप
आरोप था कि दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या की गई है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आरती के डूबकर मरने की पुष्टी हुई थी। मामले के खुलासे को लेकर पुलिस के ऊपर काफी राजनीतिक दबाव था। पुलिस पर मामले को दबाने का आरोप भी लग रहा था। पीड़िता के घर पर बीते दिनों पक्ष-विपक्ष के कई नेता भी पहुंचे थे।
आरोपी के फुफेरी बहन की ननद थी आरती
सोमवार को एएसपी विजय त्रिपाठी ने पुलिस लाइन में मामले का खुलासा किया। बताया कि उभांव एसएचओ अविनाश कुमार सिंह ने जांच के बाद मामले में अंचल राजभर पुत्र सूरज निवासी रामपुर कानूनगोयान थाना उभांव को बेल्थरा बाजार से गिरफ्तार किया। पूछताछ में अंचल ने बताया कि मेरी बुआ की बेटी रीना की ससुराल निवासी चौकिया थाना उभांव में है। मैं अक्सर आता जाता रहता था।
इस कारण रीना की ननद आरती से संपर्क हो गया था। आरती को एक मोबाइल और सिम चोरी से दिया था। जिससे हम दोनों की बातचीत होती थी। आरती को उसकी छोटी बहन पूजा और भाई गुड्डू ने फोन पर बात करते हुए पकड़ लिया था। इस पर आरती की पिटाई भी हुई थी। इसके बाद भी वह चोरी-छुपे मुझसे बात करती थी।
आरती ने ही फोन कर रात में बुलाया था, कहा था- नहीं मिलोगे तो जान दे दूंगी
दो जनवरी को मैं मुंबई से घर आ रहा था। इसकी सूचना आरती को थी। तीन जनवरी को गोदान एक्सप्रेस से बेल्थरारोड स्टेशन उतरा तो आरती मिलने के लिए जिद करने लगी। कहने लगी अगर नहीं मिलोगे तो अपनी जान दे दूंगी। रात करीब 10.30 बजे आरती ने मुझे फोन करके अवाया पावर हाउस के पीछे बगीचे में बुलाया।
हम दोनों बड़ी नहर की तरफ से खेतों में होते हुए छोटी माइनर तक पहुंच गए। आरती मुझसे शादी करने की जिद करने लगी। मैंने कहा कि जहां शादी तय है वहीं कर लो, लेकिन वो अड़ी रही। मानने को तैयार नहीं थी। मैं उठकर जाने लगा तो मुझे पकड़ लिया। इस दौरान जोरआजमाईश में हम दोनों नहर में गिर गए।
जब तक सांस नहीं रूकी तबतक पानी में मुंह को दबाया रहा
पानी में गिरते ही मैंने उसके मुंह को जबरदस्ती पानी में दबा दिया। कुछ देर बाद उसकी सांस रूक गई। आरती द्वारा लाया गया टिफिन और उसकी चप्पल को नहर के थोड़ा आगे फेंक दिया। मोबाइल को साथ लेकर चला गया। सिम को भागते समय कहीं तोड़कर फेंक दिया। मुंबई भागने की फिराक में था कि मुझे गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी को जेल भेज दिया गया है।
छह भाई-बहनों में तीसरे नंबर की थी किशोरी, मई में थी शादी
मृतका आरती राजभर अपने चार भाई और दो बहनों में सबसे बड़ी और मां-बाप की तीसरी संतान थी। पिछले वर्ष उसने इंटरमीडिएट परीक्षा पास की थी। एक पखवारे पूर्व विवाह तय हुआ था। आगामी मई माह में शादी होने वाली थी कि इस बीच उसके साथ ऐसी घटना हो गई। घटना के खुलासे के बाद लोग स्तब्ध हैं।