गहने पहनकर अकेली घूमने वाली महिलाओं को आध्यात्मिक गुरु और शिष्य बताकर उनकी परेशानी खत्म करने का झांसा देकर ठगी करने वाले अन्तरराज्यीय गैंग के तीन जालसाजों को दक्षिण रोहिणी थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पकड़े गए गैंग की महिला सदस्य अपने पति के साथ पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में वारदात को अंजाम दे चुकी है। जेल में पति की मृत्यु होने के बाद महिला दिल्ली आकर अपने नाती और निजी ड्राइवर के साथ मिलकर ठगी का धंधा करने लगी।
जिला पुलिस उपायुक्त प्रणव तायल ने बताया कि आरोपियों की पहचान मनका रोड, लुधियाना पंजाब निवासी रजनी अरोड़ा, आशु अरोड़ा और कादीपुर गांव दिल्ली निवासी लव कुमार के रूप में हुई है। उनके पास एक कार और करीब 15 लाख रुपये के गहने बरामद हुए, जिन्हें जब्त कर लिय गया है।
उन्होंने बताया कि 25 जनवरी को रोहिणी निवासी शाहसी बत्रा ने दक्षिण रोहिणी थाने में ठगी की शिकायत की। शाहसी ने बताया कि वह पैदल घर जा रही थी। तभी एक युवक पता पूछने के बहाने उनके पास आया। युवक बातचीत कर रहा था इसी बीच एक महिला वहां पहुंच गई।
महिला ने बताया कि पता पूछने वाला युवक राधा स्वामी का महान भक्त है। वह सभी तरह की परेशानियों से छुटकारा दिला सकता है। इसके बाद महिला और दो युवक शाहसी को पार्क में ले गए। वहां उन्होंने शाहसी के जेवर उतरवाकर रुमाल में रखवा लिए।
फिर बातों में उलझाकर नकली सामान रुमाल में रखकर शाहसी को पकड़ा दिया। आरोपियों ने रुमाल को तकिया के नीचे रखकर सोने और अगली सुबह देखने को कहा। अगले दिन पीड़िता ने रुमाल खोला तो उसमें नकली गहने थे।
कार के नंबर से मिला सुराग
पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरे की जांच में पुलिस को पता चला कि आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद लाल रंग की स्पार्क कार में बैठकर गए थे। कार नंबर के आधार पर पुलिस बुराड़ी में रहने वाले कुलवंत सिंह के पास पहुंची। जहां पता चला कि कुलवंत ने कार जोगिंदर सिंह को बेच दी है।
जोगिंदर ने कार लव कुमार को बेची। शुक्रवार सुबह पुलिस टीम कादीपुर गांव स्थित लव कुमार के घर पहुंची। जहां कार खड़ी मिल गई। कुछ देर बाद तीनों आरोपी कार में सवार हुए। इसी दौरान पुलिस ने तीनों को दबोच लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह गुरुग्राम में वारदात को अंजाम देने जा रहे थे।
छह साल जेल में बंद रही मुख्य आरोपी महिला
यह गैंग फरीदाबाद (हरियाणा), हनुमानगढ़ (राजस्थान) और मोहाली (पंजाब) में ठगी कर चुका है। दो महीने पहले चंडीगढ़ में एक महिला से जेवर ठगे थे। 2015 में आरोपी महिला और उसके पति को थाना सेक्टर-36 चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया गया था। 2015 से जून 2021 तक वह जेल में रही। उसके पति की मृत्यु अप्रैल 2021 में कुरुक्षेत्र जेल में हो गई थी।
जेल से आने के बाद महिला ने लव कुमार से संपर्क किया और वारदात को अंजाम देने लगी। लव रजनी का ड्राइवर रह चुका था। वह एक साल तक जेल में रहा। रजनी से संपर्क होने के बाद लव ने 70 हजार में कार खरीदी। आशु अरोड़ा रजनी की बेटी का बेटा है। माता-पिता की मौत होने से आशु का पालन पोषण रजनी ने किया।