हल्द्वानी में कालाढूंगी विधानसभा सीट पर इस बार कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशियों के बीच कांटे का मुकाबला है। इस सीट पर आम आदमी का प्रत्याशी कुछ वोट जुटाकर कांग्रेस का गणित गड़बड़ा सकता है, लेकिन इसके बावजूद भाजपा-कांग्रेस में सीधी टक्कर दिख रही है। भाजपा ने दिग्गज और लगातार छह बार जीत का स्वाद ले चुके बंशीधर भगत पर फिर भरोसा जताया है, जबकि कांग्रेस ने दो बार निर्दलीय चुनाव लड़कर दमखम दिखा चुके महेश शर्मा पर दांव खेला है।
कालाढूंगी सीट पर कांग्रेस ने पहले डॉ. महेंद्र पाल को प्रत्याशी बनाया था। हरीश रावत को रामनगर और संध्या डालाकोटी को लालकुआं से प्रत्याशी बनाया था। इससे कालाढूंगी, लालकुआं और रामनगर तीनों ही सीटों पर विरोध के स्वर बुलंद हो गए। आनन-फानन में कांग्रेस हाईकमान ने सीटों में फेरबदल कर महेश शर्मा को कालाढूंगी, हरीश रावत को लालकुआं और महेंद्र पाल को रामनगर से टिकट देकर बगावत को थामने की कोशिश की और काफी हद तक सफलता भी पाई। महेश शर्मा को कालाढूंगी से टिकट देने के बाद यहां अब कांग्रेस और भाजपा में कांटे की टक्कर नजर आ रही है।
कालाढूंगी सीट 2012 में अस्तित्व में आई। तब भाजपा से बंशीधर भगत ने 27744 वोट पाकर विजयी हुए थे। उन्होंने कांग्रेस के प्रकाश चंद्र जोशी (20374 मत) को हराया था। इस चुनाव में कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़े महेश शर्मा को 11809 मत मिले थे। 2017 के चुनाव में भाजपा ने बंशीधर भगत को फिर चुनाव मैदान में उतारा था। इस बार भी कांग्रेस के प्रकाश जोशी मैदान में थे। उन्हें 25107 मत मिले थे, जबकि बंशीधर भगत ने 45704 मत पाकर जीत दर्ज की थी। इस चुनाव में फिर से निर्दलीय मैदान में उतरे महेश शर्मा ने दमखम के साथ चुनाव लड़ा और 20214 मत लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे। इस बार कांग्रेस ने महेश शर्मा को प्रत्याशी बनाया है।
भाजपा और कांग्रेस से कोई भी बागी प्रत्याशी मैदान में नहीं होने से दोनों दलों के बीच सीधी और कांटे की टक्कर है। भाजपा प्रत्याशी भगत जहां पांच साल की उपलब्धियों को लेकर मैदान में हैं वहीं महेश शर्मा क्षेत्र में अस्पताल, मंडी, रिंग रोड, पर्यटन हब जैसे ज्वलंत मुद्दों को केंद्रित कर प्रचार में लगे हैं। इन दोनों की टक्कर के बीच आम आदमी पार्टी की मंजू तिवारी, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के प्रत्याशी प्रकाश चंद्र, उक्रांद के मोहन कांडपाल, बसपा के सुंदर लाल आर्या, सपा के राजेंद्र कुमार वालिया, निर्दलीय चंद्रशेखर तिवारी, जगत सिंह रावत, सुमनलता और भगवान सिंह कितने वोट लाते हैं और किस प्रत्याशी के मतों पर सेंध लगाते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा।
कुल मतदाता – 171639
पुरुष – 87584
महिला – 84044
थर्ड जेंडर – 11
स्थानीय मुद्दे
कालाढूंगी में मंडी, रिंग रोड, महाविद्यालय में सभी फैकल्टी की व्यवस्था, कालाढूंगी में आधुनिकतम सुविधाओं युक्त अस्पताल, कोल्ड स्टोर।
प्रत्याशियों की बात
जीतने पर कालाढूंगी अस्पताल का उच्चीकरण किया जाएगा। बौर नदी में बांध बनाकर पानी का स्टोरेज किया जाएगा ताकि लोगों को पेयजल और सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिल सके। नहर कवरिंग समेत अन्य योजनाओं के जो कार्य अब तक किए गए हैं उन्हें आगे बढ़ाया जाएगा। पेयजल के लिए ट्यूबवेल और ओवरहेड टैंक बनाए गए हैं। आगे भी लोगों को पेयजल किल्लत नहीं होने दी जाएगी।
– बंशीधर भगत, भाजपा प्रत्याशी
जीतने के बाद कोटाबाग को पर्यटन हब के रूप में विकसित किया जाएगा। सब्जी, फल और अनाज के प्रमुख उत्पादक क्षेत्र कोटाबाग, कालाढूंगी के किसानों के लिए स्थानीय स्तर पर मंडी की स्थापना की जाएगी। रिंग रोड का 75 फीसदी भूभाग कालाढूंगी विधानसभा क्षेत्र में आता है। इसे बनाने का प्रयास होगा। क्षेत्रवासियों की ज्वलंत समस्याओं का तत्काल समाधान करने का प्रयास किया जाएगा। कालाढूंगी में अत्याधुनिक सुविधाओं वाला अस्पताल बनाया जाएगा।
– महेश शर्मा, कांग्रेस प्रत्याशी
-महिला अस्पताल की व्यवस्था, बदहाल सड़कों की हालत ठीक कराना और पेयजल प्रमुख मुद्दे रहेंगे। 21 वीं सदी में भी कई गांवों में पानी नहीं आ रहा है। महंगाई से आम आदमी त्रस्त है। केजरीवाल ने 300 यूनिट बिजली फ्री करने की घोषणा की है। जीतने पर यह व्यवस्था की जाएगी। मलिन और गरीब बस्तियों में लोगों को मालिकाना हक दिलाना प्राथमिकता रहेगी।
– मंजू तिवारी, आप प्रत्याशी