तीसरे चरण के लिए शुक्रवार को प्रचार थम जाएगा। इस चरण में 16 जिलों की 59 सीटों पर 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। दोनों ही प्रमुख दलों भाजपा व सपा के लिए यह चरण अहम माना जा रहा है। इस चरण में कई जिले ऐसे हैं जो कभी समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता था, लेकिन पिछले चुनाव में भाजपा ने यहां जबरदस्त सेंधमारी की थी और 59 में से 49 सीटें जीतीं थीं। सपा-कांग्रेस गठबंधन को 9 सीट मिली थी। सपा के लिए चुनौती अपने गढ़ को दोबारा पाने की है वहीं भाजपा के लिए चुनौती अपना पिछला रिकार्ड दोहराने की है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि इस चरण में 16 जिलों की 59 सीटों पर रविवार को मतदान होना है। यहां शुक्रवार शाम 6 बजे चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी जाएगी। इस चरण में हाथरस, फिरोजाबाद, एटा, इटावा, मैनपुरी, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, औरय्या, कानपुर देहात, कानपुर नगर, जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर और महोबा में चुनाव होना है। उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारियों से कहा है कि जिन जिलों में चुनाव होना है, वहां बूथों पर सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए।