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UP Election 2022 : छठे चरण में 55.70 फीसदी मतदान, मुख्यमंत्री योगी समेत कई दिग्गजों की किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद

प्रदेश की सरकार चुनने का दस फरवरी से शुरू हुए सफर का छठवां चरण भी बृहस्पतिवार को संपन्न हो गया। इस चरण में 10 जिलों की 57 सीटों पर 55.70 फीसदी मतदाताओं ने सरकार चुनने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इसके साथ ही 403 विधानसभा सीटों में से 349 सीटों पर मतदान संपन्न हो गया। सातवें और अंतिम चरण में सात मार्च को नौ जिलों की 54 सीटों पर मतदान होगा। 10 मार्च को वोटों की गिनती होगी। देर शाम तक विधानसभा की तस्वीर साफ हो जाएगी।

छठे चरण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, नेता विरोधी दल राम गोविंद चौधरी, कई मंत्री व पूर्व मंत्रियों के अलावा पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया। मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि खराबी के चलते 68 मशीनों को बदला गया। इसके अलावा 433 वीवीपैट को भी बदला गया। वहीं, प्रयागराज की हंडिया सीट के एक बूथ पर पुनर्मतदान में करीब 60 फीसदी वोट पड़े।

पोस्टल बैलेट एक लाख से अधिक
इस चरण में लगभग एक लाख मतदाताओं ने पोस्टल बैलेट का इस्तेमाल किया। बुजुर्गों, दिव्यांगों, अनिवार्य सेवा व मतदान कर्मियों को 91,027 पोस्टल बैलेट जारी किए गए थे। इनमें से 64611 लोगों ने वोट डाले। इसके अलावा 42124 सर्विस वोटरों ने पोस्टल बैलेट से मतदान किया।

सबसे ज्यादा मतदान
62.22 फीसदी अंबेडकरनगर में

सबसे कम मतदान
48.64 फीसदी बलरामपुर में

पिछले विधानसभा चुनाव और मौजूदा चुनाव का इन जिलों में हुई वोटिंग का तुलनात्मक आंकड़ा

जिला-                   2022-            2017
अम्बेडकर नगर-   62.66            64.05
बलिया                 52.01             54.39
बलरामपुर        48.90                 50.91
बस्ती-            57.20                    57.46
देवरिया            56.00                 56.82
गोरखपुर            58.89               55.44
कुशीनगर            59.00              58.16
महाराजगंज        59.50               62.21
संतकबीरनगर        52.20            53.01
सिद्घार्थनगर        51.60               52.26
कुल-            55.79                     56.52

ईवीएम में खराबी के चलते बाधा
महराजगंज में पनियरा विधानसभा क्षेत्र के कोटिया गांव में रेलवे द्वारा रास्ता बंद किए जाने के विरोध में लोगों ने दो घंटे तक मतदान का बहिष्कार किया। प्रशासन के समझाने पर लोग वोट डालने पहुंचे। बस्ती, संतकबीरनगर के कई बूथें पर ईवीएम में खराबी के चलते मतदान में बाधा आई। धनघटा सीट के बंतवार ने बसपा समर्थकों ने कुछ लोगों पर वोटरों को मतदान करने से रोकने का आरोप लगाया। देवरिया में कुछ स्थानों पर प्रत्याशियों के एजेंटों में मामूली नोकझोंक हुई। कुछ स्थानों पर पुलिस कर्मी द्वारा व्यवधान उत्पन्न करने की शिकायत कंट्रोल रूम से लोगों ने की, जिस पर अफसरों को मौके पर भेजा गया।

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