सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने यूपी विधानसभा चुनाव में हार मिलने के बाद एक नया शिगूफा छोड़ दिया है। उनका कहना है कि पूर्वांचल की 122 सीटों पर प्रत्याशियों के नामों पर निर्णय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यालय में हुआ जबकि उन्हें सिंबल बहुजन समाज पार्टी (बसपा) कार्यालय में दिया गया। उन्होंने दावा किया कि वे इसका सबूत भी दे सकते हैं।
ओपी राजभर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ”चाहे बसपा हो या कांग्रेस, चार बार सत्ता में रह चुकीं पार्टियों ने भाजपा को समर्थन दिया। उनके वोट कहां गए।”
‘बसपा और भाजपा का मेल हो गया, जो यूपी में बड़ा खेल हो गया’
उन्होंने कहा, ”हमने विधानसभा वार रिव्यू करने का निर्णय लिया है। उसकी रिपोर्ट्स में हमारी जो कमियां मिलेगीं, जिन्हें हम ठीक करने की कोशिश करेंगे। बसपा और भाजपा का मेल हो गया, जो यूपी में बड़ा खेल हो गया।”
हाल ही में संपन्न यूपी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने वाली सुभासपा को छह सीटों पर जीत मिली है। सुभासपा ने 18 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे।
पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान
ओपी राजभर इससे पहले भी कई विवादित बयान दे चुके हैं। चुनाव से पहले उन्होंने बेसहारा पशुओं के मुद्दे पर एक जनसभा में कहा था कि भाजपा वाले दिखें तो उन्हें सांड़ के साथ ही बांध दो। इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाया था कि योगी आदित्यनाथ उनकी हत्या कराना चाहते हैं।
बाइक पर तीन सवारियों की अनुमति का वादा
उन्होंने चुनाव से पहले वादा किया था कि उनकी सरकार बनी तो बाइक पर तीन लोगों के बैठने पर चालान नहीं कटेगा। राजभर ने कहा था कि ट्रेन की 70 सीटों पर 300 से ज्यादा यात्री सफर करते हैं और ट्रेन का चालान नहीं होता है। वैसे ही नौ सवारी बैठाने वाली जीप भी जब 22 लोगों को लेकर जाती है, उसका भी चालान नहीं होता। अगर बाइक पर तीन लोग बैठते हैं तो चालान क्यों होता है? आमजन को क्यों परेशान किया जाता है।
उन्होंने कहा था कि अगर प्रदेश में उनकी सरकार बनती है तो बाइक पर तीन लोग सवारी कर सकेंगे। इसके लिए उनका चालान नहीं कटेगा। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं हो सका तो जीप और ट्रेन का भी चालान काटा जाएगा।