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छोटे और सीमांत किसानों को लाभ देने के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजाना की 11 किस्त आने वाली है। इस योजना के तहत साल में 6,000 रुपये किसानों को सरकार की ओर से दिए जाते हैं। ये रकम तीन किस्तों में किसानों के खाते में भेजी जाती है। अब तक 10 किस्तों की राशि किसानों की दी गई है और 11वीं किस्त अप्रैल के पहले हफ्ते में भेजी जा सकती है।
अब तक 10 किस्तें भेजी गईं
गौरतलब है कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत अब तक किसानों के खातों में 10 किस्तें भेजी जा चुकी हैं। जैसा कि बताया गया कि हर चार महीने में किसानों को 2000 रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है। इसे पाने के लिए किसानों के खाते की ई-केवाईसी पूरा होना जरूरी है। इसके अलावा सरकार की ओर से एक और बड़ा बदलाव किया गया है कि अब रजिस्ट्रेशन में राशन कार्ड नंबर देना जरूरी कर दिया गया है। ऐसा न करने वाले लाभार्थियों को इस योजना का लाभ नहीं मिल सकेगा।
इन तारीखों में भेजी जाती हैं किश्तें
बता दें कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 10वीं किस्त की राशि किसानों के खातों में बीती 1 जनवरी 2022 को ट्रांसफर की गई थी। यहां जान लें कि इस योजना के तहत किसानों को पहली किश्त का पैसा 1 अप्रैल से 31 जुलाई के बीच में दिया जाता है। वहीं, दूसरी किश्त का पैसा 1 अगस्त से 30 नवंबर के बीच मिलता है। जबकि, योजना की तीसरी किश्त का पैसा 1 दिसंबर से 31 मार्च के बीच में ट्रांसफर किया जाता है। इस हिसाब से देखें तो अप्रैल की शुरुआत यानी पहले हफ्ते में किसानों के अकाउंट में 11वीं किश्त का पैसा ट्रांसफर किया जा सकता है।
ई-केवाईसी पूरा करना है जरूरी
गौरतलब है कि भारत सरकार ने सभी किसानों के लिए ई-केवाईसी को अनिवार्य कर दिया था। हालांकि इसे कुछ दिनों के लिए होल्ड पर रखा गया था, लेकिन अब इसे आधिकारिक वेबसाइट पर फिर से शुरू कर दिया गया है। पिछले साल केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत पंजीकृत किसानों के लिए ई-केवाईसी आधार अनिवार्य कर दिया था। इस जरूरी काम को घर बैठे अपने मोबाइल, लैपटॉप या कंप्यूटर की मदद से भी आसानी से पूरा किया जा सकता है।
राशन कार्ड भी हुआ अनिवार्य
सरकार की ओर से किए गए बड़े बदलाव के तहत अब इस योजना के लिए नए पंजीकरण कराने पर राशन कार्ड नंबर देना भी अनिवार्य होगा। इसके अलावा दस्तावेज की पीडीएफ कॉपी बनाकर ऑनलाइन पोर्टल पर भी अपलोड करनी होगी। अगर आप पीएम किसान योजना के तहत पहली बार रजिस्ट्रेशन कराते हैं तो आवेदक को राशन कार्ड का नंबर अपलोड करना बेहद जरूरी होगा। सरकार की ओर से किए गए बदलावों के तहत अब खतौनी, आधार कार्ड, बैंक पासबुक और घोषणापत्र की हार्डकॉपी जमा करने की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। अगर आपे अब तक ये काम नहीं किया है तो आज ही कर लें। ऐसा न करने पर आपकी किस्त की राशि आपको मिलने में दिक्कत हो सकती है।
इन किसानों को नहीं मिलेगा लाभ
यहां पर यह बताना जरूरी है कि आप भले ही छोटे या फिर सीमांत किसान हों, लेकिन अगर परिवार का कोई सदस्य टैक्स जमा करता है, तो ऐसी स्थिति में आपको इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। यहां परिवार के सदस्य से मतलब पति-पत्नी और अवयस्क बच्चों से है। इसके अलावा जिनके पास कृषि योग्य भूमि नहीं हो, कृषि योग्य भूमि हो लेकिन इसका मालिक सरकारी कर्मचारी हो या फिर किसान को सालाना 10,000 रुपये पेंशन प्राप्त होती है, तो ऐसे किसानों को योजना से बाहर रखा गया है।
ऐसे पूरी करें ई-केवाईसी प्रक्रिया
- आधिकारिक वेबसाइट पर https://pmkisan.gov.in/ पर जाएं।
- अब किसान कॉर्नर विकल्प पर eKYC लिंक दिखाई देगा। इस पर क्लिक करें।
- इसके बाद अपना आधार नंबर दर्ज करें और सर्च बटन पर क्लिक करें।
- इसके बाद यहां मांगा गई जरूरी जानकारियों को दर्ज करें।
- इसके बाद सब्मिट पर क्लिक करते ही प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
- इस तरह चेक करें अपना स्टेटस
- सबसे पहले pmkisan.gov.in वेबसाइट पर जाएं।
- अब ‘Farmers Corner’ के ऑप्शन पर क्लिक करें।
- इसके बाद लाभार्थी सूची (Beneficiary Status) पर क्लिक करें।
- अब अपने राज्य, जिला, उप-जिला, ब्लॉक और गांव का नाम दर्ज करें।
- फिर ‘Get Report’ ऑप्शन पर क्लिक करने पर पूरी लिस्ट खुलेगी।
- किसान इस लिस्ट में आप अपनी किस्त का विवरण देख सकते हैं।
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