राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने मां गंगा को नमन कर बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद लिया। बृहस्पतिवार को संघ प्रमुख मां गंगा को नमन करके रविदास घाट से क्रूज पर सवार होकर दशाश्वमेध घाट पहुंचे। संघ प्रमुख के घाट पर पहुंचने के पहले सुरक्षा व्यवस्था सख्त रही और अन्य लोगों के लिए प्रवेश बंद कर दिया गया था।
काशी प्रवास पर आए संघ प्रमुख बृहस्पतिवार की शाम को संत रविदास घाट पहुंचे। मां गंगा को नमन कर सरसंघचालक क्रूज पर सवार हुए और गंगा आरती देखने निकल पड़े। क्रूज पर ही सवार होकर मोहन भागवत ने पूरी गंगा आरती को देखा। गंगा आरती समाप्त होने के बाद सरसंघचालक का क्रूज बाबा दरबार की ओर रवाना हो गया।
ललिता घाट से उतरकर संघ प्रमुख गंगा द्वार से होते हुए श्री काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे। सबसे पहले भारत माता को प्रणाम करके संघ प्रमुख ने अहिल्याबाई की प्रतिमा को भी नमन किया। इसके बाद वह बाबा दरबार पहुंचे और सविधि पूजन किया। इसके बाद उन्होंने धाम की भव्यता भी निहारी।
बनारस पहुंचे काशी प्रांत के सभी प्रचारक
आरएसएस के अनुसांगिक संगठन के पदाधिकारी और काशी प्रांत के सभी प्रचारक बृहस्पतिवार को काशी पहुंचे। शुक्रवार की सुबह से अलग-अलग सत्रों में बैठक होगी। सत्रों में संगठनात्मक बैठक के साथ ही संघ की अहम शाखा कुटुंब प्रबोधिनी को बढ़ावा देने के बारे में निर्णय लिए जाएंगे। सरसंघचालक शुक्रवार को दो सत्रों में काशी प्रांत के प्रचारकों के साथ बैठक करेंगे।
शनिवार सुबह पूर्व प्रांत के संगठन श्रेणी (बौद्धिक शिक्षण प्रमुख, प्रांत व्यवस्था प्रमुख) और दोपहर बाद जागरण श्रेणी (प्रांत संपर्क प्रमुख, प्रांत सेवा प्रमुख, प्रांत प्रचार प्रमुख) के साथ बैठक करेंगे। अंतिम दिन रविवार को बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में प्रवासी कार्यकर्ताओं के साथ कुटुंब स्नेह मिलन कार्यक्रम में शामिल होंगे। देर रात वह लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे।