बसपा सुप्रीमो मायावती ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती पर उन्हें श्रद्घांजलि दी और विपक्षी पार्टियों व सरकारों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जातिवादी सरकारें उपेक्षित वर्ग के नेताओं को अपने समाज का भला करने की छूट नहीं देती हैं। यदि कोई कुछ करने का प्रयास करता है तो उसको दूध की मक्खी की तरह निकाल बाहर कर दिया जाता है, जैसाकि अब तक यहां होता रहा है। इसीलिए इन वर्गों की हालत अभी तक मजबूर व लाचार है। यह अति-दुःखद है।
उन्होंने कहा कि जातिवादी मानसिकता से ग्रस्त विरोधी पार्टियों व इनकी सरकारें बाबा साहेब डा. आंबेडकर के संघर्षों व संदेशों की कितनी ही अवहेलना करके उनके अनुयाइयों पर शोषण, अन्याय-अत्याचार व द्वेष आदि जारी रखें, किन्तु उनके आत्म-सम्मान व स्वाभिमान का बीएसपी मूवमेन्ट रुकने व झुकने वाला नहीं है।
उन्होंने डॉ. आंबेडकर को श्रद्घांजलि देते हुए कहा कि संविधान शिल्पी परमपूज्य बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती पर उनके अनुयाइयों की ओर से उन्हें शत्-शत् नमन व हार्दिक श्रद्धा-सुमन। करोड़ों कमजोर व उपेक्षित वर्गों तथा मेहनतकश समाज आदि के हित व कल्याण के प्रति उनके महान व ऐतिहासिक योगदान के लिए देश हमेशा ऋणी व कृतज्ञ रहेगा।
मायावती ने लखनऊ के बसपा प्रदेश कार्यालय में आंबेडकर जी की प्रतिमा पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित किया। इस मौके पर उनके साथ बसपा के अन्य नेता भी मौजूद थे।