Coronavirus 4th Wave: इन दिनों देश में कोरोना के नए एक्सई वैरियंट की चर्चा है। इस वैरियंट के संक्रमण को लेकर सरकार सतर्क है। इस सप्ताह कुछ राज्यों में कोरोना के मामले फिर से बढ़ते देखे गए हैं। इसके चलते यह आशंका बन रही है कि कहीं यह कोरोना की चौथी लहर का आरंभ तो नहीं है। इन आशंकाओं के बीच जानकारों ने कोरोना के नए वैरियंट के कुछ लक्षण बताए हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में।
आंखों में दर्द व जलन
कोरोना के आम लक्षणों में बुखार और खांसी-सर्दी हैं, लेकिन कुछ लक्षण आंखों में नजर आ सकते हैं। यदि आंखों में दर्द, सूजन, जलन और पानी आना जैसी कोई समस्या है, तब इसे अनदेखा नहीं करें। एंग्लिया रस्किन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने स्टडी में पाया कि आंखों में दर्द भी कोविड का एक लक्षण हो सकता है। आंखों में खुजली होना और आंखों में सूखापन भी संभावित लक्षण हो सकते हैं। इन लक्षणों को हमें नजरअंदाज नहीं करना चाहिये। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार आंखों का लाल या गुलाबी होना एक संभावित लक्षण है। आंसुओं में कोरोना वायरस पाया गया है।
इन सामान्य लक्षणों से करें पहचान
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार यदि आपको खांसी, थकान, कंजेशन और नाक बहते रहने की समस्या है तो आप एक बार जांच अवश्य करा लें। कोरोना वायरस के चार सबसे आम लक्षण बुखार, थकान, गले में खराश, शरीर में दर्द, रात को पसीना आदि हैं। इसके अलावा गले में खराश भी एक संभावित लक्षण है जो कि एक आम लक्षण है।
कोरोना का आंखों पर असर, डॉक्टर को कब दिखाएं
डॉक्टरों के मुताबिक, यदि आंखों में खुजली, जलन और पानी आना, आंखों में तेज दर्द और नीचे के काले हिस्से में सूजन की समस्या सामान्य से अधिक समय तक बनी हुई है तो तत्काल एक्सपर्ट को दिखाना चाहिए। दरअसल, कोरोना संक्रमण समेत सभी वायरल इन्फेक्शन के दौरान आंखों समेत पूरे शरीर में रक्त प्रवाह बढ़ जाता है। रेटिना की रक्त नलिकाएं बहुत पतली होती हैं और वायरस के जहरीलेपन से कुछ सिकुड़ जाती हैं। इससे वे खून के थक्के जमा होने का अहसास कराती हैं। वायरल ठीक होने के साथ ही आंखे सामान्य हो जाती हैं, लेकिन अभी कोरोना अन्य वायरल से अधिक घातक साबित हो रहा है।
ऐसे करें अपना बचाव
कोविड 19 से बचाव के लिए साफ-सफाई का ध्यान रखें। हमेशा मास्क लगाकर रखें और हाथों को साबुन से धोते रहे। अगर वैक्सीन नहीं लगवाई है, तो जल्द लगवाएं। घर से बाहर जाते वक्त मास्क पहने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
RT-PCR जांच कराएं
कोविड-19 के संक्रमण का पता लगाने का सबसे सही तरीका RT-PCR टेस्ट माना जाता है। जब भी आपको ये लक्षण नज़र आएं तो जांच कराएं। जिन लोगों में सर्दी के लक्षण अधिक नज़र आते हैं, उन्हें कोरोना की जांच कराने की सलाह दी जाती है। यह भी सलाह दी जाती है कि जब तक टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव ना आ जाए, लोगों से दूर रहें एवं घर पर रहकर आइसोलेशन का पालन करें।