Corona Case in Delhi । राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में कोरोना संक्रमण एक बार फिर तेजी से पैर पसार रहा है। बीते कुछ दिनों में कई स्कूलों में बड़ी संख्या में बच्चे भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं और इस कारण से लोगों की चिंता बढ़ गई है। हालांकि राहत वाली खबर यह है कि कोरोना संक्रमण बढ़ने के बावजूद अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या बेहद कम है और कुल संक्रमित मरीजों में से 3 फीसदी से भी कम लोगों को अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है।
दिल्ली में ऐसे बढ़ती जा रही कोरोना की रफ्तार
दिल्ली में कोरोना केस की बात की जाए तो 10 अप्रैल तक दिल्ली में 608 सक्रिय मरीज मामले थे, जिनमें केवल 17 (2.80 फीसदी) को ही अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत थी। इसके बाद 16 अप्रैल को एक्टिव केस दोगुने होकर 1,262 हो गए, लेकिन अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या केवल 29 (2.3 फीसदी) थी। इसके दो दिन बाद 1,729 एक्टिव केस थे, जिनमें से 40 (2.31 प्रतिशत) अस्पतालों में थे। इस दौरान अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की खपत भी बढ़ी है।
दिल्ली के अस्पतालों से प्राप्त आंकड़ों को देखा जाए तो पता चलता है कि 10 अप्रैल को केवल 6 मरीज (सक्रिय मामलों का 0.99 प्रतिशत) और 18 अप्रैल को 12 (0.69 प्रतिशत) ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे। इस साल की शुरुआत में ओमिक्रोन वेरिएंट के कारण संक्रमण की तीसरी लहर में बहुत कम मरीज अस्पताल में भर्ती हुए और राष्ट्रीय राजधानी में गंभीर मामले सरकारी आंकड़ों से पता चला है कि ज्यादातर मौतों का प्राथमिक कारण कोरोनावायरस नहीं था।
13 जनवरी से 18 अप्रैल के बीच हुई 905 मौतों में से केवल 227 मामलों में कोरोना प्राथमिक कारण था। 17 जनवरी तक अस्पतालों में 15,505 कोविड बिस्तरों में से अधिकतम 2,784 बिस्तरों को भर्ती किया गया था। बीते साल 6 मई को दूसरी लहर के दौरान 21,839 बिस्तरों में से 20,117 (92 प्रतिशत) भर्ती थे।
दिल्ली में बीते 24 घंटे में कोरोना केस
बीते 24 घंटे में दिल्ली में कोरोना संक्रमण के 1009 नए मामले सामने आए हैं। एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 2641 हो गई है। इस बीच 24 घंटे में एक मरीज की कोरोना से मौत हो गई है और 314 लोग इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं। दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर 5.70 फीसदी हो गई है।