उत्तर प्रदेश में तीसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी तीन जून को राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित की जाएगी। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने की भी संभावना है। इसमें अडानी समूह, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया, रिलायंस इंडस्ट्रीज, हीरानंदानी समूह, बिरला ग्रुप, आईटीसी ग्रुप समेत देश-विदेश की कई कंपनियों के चेयरमैन, सीईओ, निदेशक और अन्य प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। इसके लिए इन्वेस्ट यूपी को नोडल एजेंसी नामित किया गया है।
इस सेरेमनी में 70 हजार करोड़ रुपये से अधिक की 1500 परियोजनाओं को शुरू करने की योजना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को शीर्ष अफसरों को इस संबंध में जरूरी निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि पिछले यूपी इन्वेस्टर समिट में 4.68 लाख करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव आए थे। इनमें से 3 लाख करोड़ से ज्यादा के प्रस्ताव आज धरातल पर साकार हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 5 वर्ष में यूपी औद्योगिक निवेश के श्रेष्ठतम गंतव्य के रूप में उभरा है। कारोबारी सुगमता में 2017 तक 14वें स्थान पर रहने वाला यूपी आज दूसरे पायदान पर है। अब इस रैंकिंग में प्रथम आने के लक्ष्य के साथ ‘टीम यूपी’ को काम करना होगा। तीसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी ‘नए भारत के नए उत्तर प्रदेश’ की आकांक्षाओं को उड़ान देने वाली होगी।
प्रमुख परियोजनाएं
नोएडा में प्रस्तावित अडानी समूह की 4900 करोड़ और हिरानंदानी समूह के 9100 करोड़ के निवेश वाले दो डाटा सेंटर।
माइक्रोसॉफ्ट की 2100 करोड़ के सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट सेंटर, मिर्जापुर में डालमिया ग्रुप के 600 करोड़ की सीमेंट मैन्युफैक्चरिंग प्लांट, हमीरपुर में हिंदुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड का डिटर्जेंट मैन्युफैक्चरिंग प्लांट।
अब तक की स्थिति के मुताबिक करीब 21,000 करोड़ निवेश राशि की परियोजनाएं केवल आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर की हैं।