मदनपुर खादर में अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई के दौरान जैसे ही तीसरी बिल्डिंग पर बुलडोजर चला, बवाल मच गया। स्थानीय लोगों को लगा कि आज तो एमसीडी पूरी कॉलोनी को ही जमींदोज करने की मंशा से आई है।
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की टीम सुबह करीब 11 बजे मदनपुर खादर के कंचन कुंज में पहुंच गई थी। साथ में बड़ी संख्या में दिल्ली पुलिसकर्मी और पैरामिलिट्री फोर्स के जवान थे।
स्थानीय लोग एक साथ इतनी बड़ी संख्या में पुलिस बल और बुलडोजर देखकर घबरा गए थे, लेकिन वहां के लोगों ने तुरंत ही विधायक अमानतुल्ला खान को फोन कर स्थिति के बारे में अवगत कराया। इधर, एमसीडी ने करीब साढ़े 11 बजे से धीरसेन मार्ग पर अपनी अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई शुरू कर दी। इसके 15 मिनट बाद निगम ने तीन मंजिला बिल्डिंग पर बुलडोजर चलाना शुरू किया। बिल्डिंग को खाली कराने के बाद इस पर कार्रवाई शुरू की गई थी, इसलिए इसे गिरने में ज्यादा समय नहीं लगा।
इसके तुरंत बाद ही दूसरी बिल्डिंग पर बुलडोजर चलना शुरू हो गया। घंटे भर के भीतर दोनों इमारतों को गिरा दिया गया था। इसी बीच मौके पर विधायक अमानतुल्ला खान पहुंच गए थे। वह तोड़फोड़ वाली जगह पर जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस उन्हें किसी कीमत पर आगे बढ़ने की इजाजत देने के मूड में नहीं थी। करीब साढ़े 12 बजे एमसीडी ने तीसरी बिल्डिंग पर बुलडोजर चलाया। दूसरी तरफ अमानतुल्लाह खान कुछ स्थानीय महिलाओं और साथ आए समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए थे। वह अंदर जाने की जिद पर अड़े हुए थे।
उधर, लोगों का विरोध बढ़ने लगा था। लोग तोड़फोड़ का विरोध तो पहले से कर रहे थे, लेकिन अब यह विरोध पत्थरबाजी में तब्दील हो गया था। इसके बाद ही पुलिस ने लाठीचार्ज करके लोगों को मौके से भगाना शुरू कर दिया। कुछ ही देर में पुलिस ने स्थिति पर नियंत्रण पा लिया था।
शाफिया ने कहा- शौहर की जान को खतरा
ओखला से विधायक अमानतुल्लाह खान की पत्नी शाफिया ने रात करीब पौने 10 बजे अपने पति के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा कि ओखला से विधायक मेरे शौहर अमानतुल्लाह खान को दिल्ली पुलिस पकड़कर ले गई है। पिछले चार-पांच घंटों से उनकी कोई खबर नहीं है। मुझे डर है कि उनके साथ कोई अनहोनी न हो, उनकी जान को खतरा है।