पुलिस का खौफ या फिर बुलडोजर का डर कहा जाए जिसके चलते एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश अपराध से मेरी तौबा की तख्ती हाथ में लेकर कोतवाली पहुंच गया। जहां उसे पेशी के बाद चेतावनी देकर घर भेज दिया गया।
कोतवाली के नरपत नगर निवासी उस्मान पुत्र अमजद के खिलाफ गोकशी के आधा दर्जन केस न्यायालय में विचाराधीन हैं। इसके अलावा गैंगस्टर भी लग चुकी है और वो थाने का हिस्ट्रीशीटर भी घोषित हो चुका है। समय-समय पर हिस्ट्रीशीटर अपनी हाजिरी लगाने के लिए कोतवाली बुलाए जाते रहे हैं। इसके अलावा उनके घरों पर जाकर भी निगरानी की जाती है। कोतवाल हरेंद्र सिंह का कहना कि पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर हिस्ट्रीशीटर बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है।
गत विधान सभा चुनाव में जब हिस्ट्रीशीटरों की निगरानी की जा रही थी तब उस्मान नहीं मिल सका था। वह फरार चल रहा था, अब कार्रवाई के भय से वह अपने हाथ में तख्ती लेकर बृहस्पतिवार को कह स्वयं कोटवाली पहुंच गया। तख्ती पर उसने लिखा था कि आराध से मेरी तौबा अब मैं अपराध कभी नहीं करूंगा। अपने बच्चों के साथ शांति से रहना चाहता हूं। कोतवाल ने बताया कि भविष्य में उसने कोतवाली पुलिस के सामने समय-समय पर हाजिर होने का वचन दिया है। इसके चलते उसे घर भेज दिया गया। यदि वह मुकरा तो अगली कार्रवाई की जाए।