शुक्रवार को कानपुर शहर समेत पूरे जिले में जुमे की नमाज शांतिपूर्ण निपटी। वहीं, कुछ जिलों में पथराव और पुलिस के साथ झड़प की घटनाएं सामने आईं। कानुपर हिंसा के बाद यह पहली जुमे की नमाज थी। पुलिस और प्रशासन का ज्यादा ध्यान इस बात पर रहा कि लोग नमाज के बाद जमा न हो, बल्कि अपने-अपने घरों को चले जाएं। इसमें पुलिस-प्रशासन पूरी तरह कामयाब रहा। इसके साथ ही प्रदर्शन के लेकर आशंकाओं का दौर खत्म हो गया।
बता दें कि आशंका थी कि जुमे की नमाज के बाद खुराफाती नमाजियों को बरगला कर भीड़ जमा कर सकते हैं। जिले में पहले से ही धारा 144 लागू है। काफी लोगों पर धारा 144 के उल्लंघन में कार्रवाई भी हुई। हालात सामान्य बने रहें और कहीं पर भीड़ जमा न हो इसके लिए शहर समेत जिले भर के संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त फोर्स के साथ दंगा नियंत्रण बल की तैनाती की गई।
कानपुर में भड़की हिंसा के बाद आज जुमे की पहली नमाज थी। इसके मद्देनजर पूरे प्रदेश में पुलिस और प्रशासन हाई अलर्ट पर रहा। कानपुर शहर में धारा 144 लागू है। नमाज के बाद प्रयागराज, सहारनपुर, बरेली समेत प्रदेश के कई जिलों में मुस्लिम समुदाय के लोग प्रदर्शन भी किया। प्रयागराज में पुलिस प्रशासन को चुनौती देते हुए प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया है। साजिश के तहत प्रदर्शन करने वालों में नाबालिग बच्चों को आगे रखा गया है, ताकि पुलिस कार्रवाई न कर सके।
सीएम योगी का निर्देश- मस्जिदों के सामने हों कड़े सुरक्षा इंतजाम
सीएम योगी ने अधिकारियों से कहा कि जुमे की नमाज को देखते हुए मस्जिदों के आसपास सुरक्षा सख्त की जाए। किसी को किसी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए। सुरक्षा के व्यापक इंतजाम करें। कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों से सख्ती से निपटा जाए।
साइबर सेल भी सक्रिय
जुमे की नमाज को लेकर साइबर सेल भी सक्रिय है। सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए कानपुर पुलिस ने खास इंतजाम किए हैं। पुलिस का कहना है कि सोशल मीडिया पर विवादित टिप्पणी, भ्रामक खबरें चलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
लखनऊ में 61 संवेदनशील स्थान चिह्नित
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के मुताबिक, पुराने लखनऊ में चौकसी बढ़ा दी गई है। पुराने शहर को 37 सेक्टर में बांटा गया है। हर सेक्टर का प्रभारी भी पुलिस अधिकारी को नियुक्त किया गया है। इस इलाके में 61 संवेदनशील स्थान भी चिह्नित किए गए हैं। यहां पुलिस की ड्यूटी लगाई गई है। पुलिस के अफसरों ने दोनों धर्म के जिम्मेदारों से बातचीत कर शांति बनाए रखने की अपील की है।
वाराणसी में जुमे की नमाज को लेकर अंजुमन की अपीलवाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में चल रहे मामलों के बीच मुस्लिम समाज के जिम्मेदार लोगों ने आम जनता के साथ ही युवाओं से भी संयम और सतर्कता बरतने की अपील की है। जमीयत के नाम पर फैलाई जा रही अफवाहों का भी खंडन करते हुए इसे सिरे से खारिज किया है। वहीं अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी ने जुमे की नमाज के लिए सीमित संख्या में ही लोगों से आने की अपील की है। ज्ञानवापी मस्जिद का वजूखाना सील किए जाने के बाद आज चौथा जुमा यानी शुक्रवार है।
बरेली में जुमे की नमाज को लेकर अलर्ट, चप्पे-चप्पे पर पुलिस
पैगंबर पर टिप्पणी को लेकर आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने 10 जून को धरने का एलान किया था। लेकिन बाद में इसे वापस ले लिया गया। फिर भी कानपुर की घटना से सबक लेते हुए जुमे की नमाज को लेकर शहर में पुलिस अलर्ट है। पूरे शहर में जगह-जगह पुलिस फोर्स तैनात है। मुस्लिम बाहुल्य इलाका पुराना शहर में विशेष निगरानी की जा रही है। डीएम शिवाकांत द्विवेदी और एसएसटी रोहित सिंह सजवाण भी भ्रमण कर रहे हैं।
बरेली: जुमे की नामाज के दौरान तकरीरों में इमाम रहे खामोश
शासन की ओर से प्रदेश भर में जुुमे को लेकर अलर्ट रखा गया है। जबकी प्रदेश में बरेली को सबसे संंवेदनशील माना गया है। आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां के आवाह्न पर जुुमे की नामाज के बाद इस्लामियां ग्राउंड में धरने का एलान किया था। जिसको स्थगित कर मौलाना तौकीर रजा ने 17 जून को धरना देने का एलान किया है। वहीं शासन ने कानपुर में हुई घटना के बाद पुलिस को अलर्ट रहने को कहा था।
जुमे की नामाज के दौरान सुबह से आलाधिकारियों समेत पुलिस फोर्स, आरएएफ व पीएसी बटालियन को तैनात कर दिया गया। इस दौरान मस्जिदों मे होने वाली तकरीरों पर भी पुलिस व इंटेलिजेंस की नजर रही है। हालांकि जुमे के दौरान अधिकतर मस्जिदों में तकरीर ही नहीं हुई है। वहीं किला की जामा मस्जिद, पुराने शहर की मिर्जाई मस्जिद, सैलानी की हबिबिया मस्जिद, इस्लामियां मार्केट स्थित नौ महला मस्जिद में भी इमामों ने विवादित तकरीरों से परहेज किया। हालांकि भारी फोर्स होने के कारण माहौल तनावपूर्ण बना रहा है।