उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से यूपी बोर्ड कक्षा 10वीं का परिणाम जारी हो गया है। हाई स्कूल का 88.18 फीसदी परिणाम रहा। यूपी बोर्ड 10वीं के टॉप 10 की सूची में से एक नाम वाराणसी से और दो नाम मऊ से है। टॉप-10 की सूची में से एक नाम वाराणसी के आशुतोष कुमार का भी है। शांति शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज आयर चोलापुर के के छात्र आशुतोष कुमार ने वाराणसी में टॉप किया है। 96.33 फीसदी अंक के साथ आशुतोष वाराणसी जिले में नंबर वन और यूपी में आठवें स्थान पर हैं।
वहीं एस देवी इंटर कॉलेज मधुबन (मऊ) की छात्रा हर्षिता शर्मा 96.50 फीसदी अंक के साथ सातवें स्थान पर है। दुलारी देवी विद्यावती इंटर कॉलेज बस्ती वर्सी निधियांव मधुबन की छात्रा अंजली चौहान ने 96.33 फीसदी अंक पाया है।
वाराणसी जिले के टॉप-10 की सूची01. आशुतोष कुमार (96.33%)- शांति शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज आयर
02. अमित यादव (95.17%) – देववानी इंटर कॉलेज छितौनी
03. अमर कुमार मौर्या ( 95.00%) – श्री एपीएस बीएनआईसी भैरव तालाब
04. मौसम यादव (94.33%)- मां भगवती इंटर कॉलेज कोइरीपुर, बड़गांव
05. अनुज कुमार मिश्रा (94.17%) – संत नारायण बाबा इंटर कॉलेज, खालिसपुर
06. विधान सिंह (93.67%)- बीटीएसएचएस स्कूल, कमच्छा,
06. नैंसी ओझा (93.67%)- विद्या विहार इंटर कॉलेज, सालारपुर
07. शिवम वर्मा (92.83% ) – संत नारायण बाबा इंटर कॉलेज, खालिसपुर
07. अवनीश पटेल (92.83%)- एसबीएमआईसी, बर्जी नयापुर
08. एस. विश्वकर्मा (92.17%)- उदय प्रताप इंटर कॉलेज, वाराणसी
09. आकांक्षा पटेल (92.00) विद्या मंदिर हाई स्कूल सुराही, बखरिया
10. अंकिता सोनकर, अजय कुमार, कौशल कांत पाल, संध्या पाल और निहारिका मौर्या (सभी 91.83 फीसदी अंक)
जानिए वाराणसी के टॉपर आशुतोष के बारे में
शांति शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज आयर चोलापुर के छात्र आशुतोष 96.33 फीसदी अंक के वाराणसी में पहले और प्रदेश में आठवें स्थान पर हैं। चोलापुर के ही सुलेमापुर के रहने वाले दुलार राम के बेटे आशुतोष तीन भाई बहन में दूसरे नंबर पर हैं। पिता इसी स्कूल की सिंधोरा शाखा में क्लर्क हैं तो मां रजनी देवी आशा कार्यकर्ता हैं। स्कूल की प्रधानाचार्या सावित्री देवी और पिता दुलार राम आशुतोष की इस उपलब्धि पर गदगद हैं। आशुतोष को बधाई देने वालों का तांता लगा है।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद में 28 मार्च से 13 अप्रैल तक 131 केंद्रों पर परीक्षा हुई थी। हाईस्कूल में 46,489 परीक्षार्थी शामिल रहे। 23 अप्रैल से 7 मई तक तीन केंद्रों पर कॉपियों का मूल्यांकन हुआ।