राम नगरी में बुधवार को गुरु पूर्णिमा का उल्लास शिखर पर दिखा। गुरुधामों में उमड़े शिष्यों के भारी सैलाब से गुरु की महिमा महत्ता सिद्ध होती रही। भोर से ही सरयू में डुबकी लगाने के लिए सरयू घाटों पर भक्तों का ताता लगा रहा। शिष्यों ने स्नान दान के बाद मठ मंदिरों में जाकर अपने गुरु के चरणों में श्रद्धा निवेदित की। दर्शन पूजन का सिलसिला सुबह से लेकर देर शाम तक चलता रहा।
गुरु पूर्णिमा के पर्व पर रामनगरी भक्तों से गुलजार दिखी। दो साल कोरोना संक्रमण के चलते परंपरा निर्वहन तक ही सीमित रहे गुरु पूर्णिमा उत्सव का उल्लास इस बार चरम पर दिख रहा है। अपने गुरु के प्रति श्रद्धा निवेदित करने के लिए लाखों की संख्या में भक्तों का समूह उमड़ा तो गुरु पर्व की महिमा भी शिरोधार्य होती दिखी।
बुधवार को स्नान के बाद भक्तों ने नागेश्वरनाथ में जलाभिषेक किया। इसके बाद राम लला, हनुमानगढ़ी, कनक भवन सहित अन्य मंदिरों में दर्शन पूजन की होड़ रही। प्रशासन द्वारा गुरु पूर्णिमा पर्व पर उमड़ी भारी भीड़ को देखते हुए राम नगरी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
मुख्य मार्ग पर बड़े वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित किया गया है। सरयू घाटों से लेकर मठ मंदिरों तक भारी मात्रा में पुलिस बल की तैनाती की गई है।