मुख्यमंत्री ने यह निर्देश सोमवार को प्रदेश के सभी मंडलायुक्त, एडीजी जोन, आईजी, डीएम, एसपी समेत सभी जिला स्तरीय प्रशासनिक, पुलिस और अन्य विभाग के अधिकारियों के साथ वीडियों कांफ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा के दौरान दिए हैं। आईजीआरएस पोर्टल व जनता दर्शन में प्राप्त शिकायतों के निस्तारण, कांवड यात्रा और स्वतंत्रता सप्ताह के आयोजन के संबंध में की गई तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने आईजीआरएस, जनता दर्शन और सीएम हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायतों के निर्धारण के आधार थाना तहसील व जिला स्तर की रैंकिंग के अनुसार अधिकारियों को कार्यप्रणाली को बेहतर करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग दो वर्ष के बाद कांवड़ यात्रा आयोजित हो रही है। ऐसे में श्रद्धालुओं का उत्साहित होना स्वाभाविक है। बड़ी संख्या में लोग जलाभिषेक के लिए आएंगे। इसलिए विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। उन्होंने सभी कांवड संघो का पंजीकरण कराने का निर्देश दिया है। अप्रिय घटना की सूचना पर बिना विलंब के डीएम और एसपी को खुद मौके पर पहुंचने का निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सेक्टर स्कीम लागू करके चौकसी का पुख्ता इतंजाम करें।
शरारतपूर्ण बयान देने वालों के साथ कड़ाई से पेश आने का निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाए। मुख्यमंत्री ने थाना, सर्किल, जिला, रेंज, जोन, मंडल स्तर पर तैनात अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं और समाज के प्रतिष्ठित लोगों से संवाद बनाए रखने पर जोर देते हुए मीडिया से भी सहयोग लेने को कहा है।