देश में 5जी की शुरुआत हो चुकी है। अगले छह महीनों में देश के 200 से अधिक शहरों को 5जी सेवाजल्द ही आप 5जी की सुपर फास्ट स्पीड का फायदा उठा पाएंगे। जानें 5जी के बाद कैसे आपका अनुभव बदलने वाला है…
एक अक्टूबर,2022 का दिन भारत के लिए ऐतिहासिक है, क्योंकि इसी दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आइएमसी-2022 (इंडिया मोबाइल कांग्रेस) के मंच से देश में 5जी सेवा की विधिवत शुरुआत की। देश में रिलायंस जियो, एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया जैसी टेलीकाम कंपनियां अब अपनी सेवाएं देना शुरू कर देंगी। देखा जाए, तो 5जी के आने से न केवल क्लाउड गेमिंग, आनलाइन एजुकेशन, एआर/वीआर टेक्नोलाजी, इंटरनेट आफ थिंग में काफी बदलाव दिखाई देगा, बल्कि ई-हेल्थ, टेलीमेडिसिन, रोबोटिक्स और आटोमेशन के क्षेत्र में भी क्रांति आएगी। हालांकि आम लोग जिसका इंतजार कर रहे हैं, वह है सुपर फास्ट 5जी इंटरनेट। 5जी के बाद आप जबरदस्त इंटरनेट स्पीड का अनुभव कर पाएंगे।
10 गुना तेज चलेगा इंटरनेट
अगर 5जी की स्पीड की बात करें, तो इससे आपके इंटरनेट उपयोग करने का तरीका बिल्कुल बदल जाएगा। 5जी नेटवर्क तीन बैंड्स के जरिए काम करेगा- लो बैंड, मिड और हाई फ्रीक्वेंसी बैंड स्पेक्ट्रम। बता दें कि इसका तीन तरह से असर दिखाई देगा- पहला हाई स्पीड डाउनलोडिंग के रूप में, साफ और बेहतर कम्युनिकेशन के रूप में और तीसरा इंटरनेट से जुड़ी सर्विसेज में स्पीड के कारण दिखने वाली खामियां दूर होंगी। सीएनएन की रिपोर्ट में वायरलेस इंडस्ट्री ट्रेड ग्रुप जीएसएमए का कहना है कि 5जी नेटवर्क में इंटरनेट की स्पीड 4जी से 10 गुना तेज होगी। दोनों की तुलना करें, तो 4जी की अधिकतम इंटरनेट स्पीड 100 मेगाबाइट प्रति सेकंड है, वहीं 5जी में अधिकतम इंटरनेट स्पीड 10 गीगाबाइट प्रति सेकंड तक पहुंच सकती है। हालांकि इसकी शुरुआत के बाद ही वास्तविक 5जी स्पीड और लैटेंसी की जानकारी हासिल हो सकेगी। 5जी के बारे में यह भी कहा जा रहा है कि सिर्फ 10 सेकंड में ही पूरी फिल्म डाउनलोड हो जाएगी। अभी दो घंटे की फिल्म को डाउलनोड करने में करीब 7 मिनट तक का समय लग जाता है। हालांकि स्पीड लोकेशन और डिवाइस भी निर्भर होगी। माना जा रहा है कि 5जी से आपका सामान्य इंटरनेट काफी तेज स्पीड से चलेगा और एक क्लिक पर बड़ी से बड़ी फाइल चुटकियों में डाउनलोड हो जाएगी।
5जी के लिए 5जी डिवाइस जरूरी
5जी सर्विसेज का फायदा उठाने के लिए 5जी डिवाइस का होना जरूरी है। हालांकि बाजार में कई ऐसी खबरें भी चल रही है कि आप 4जी स्मार्टफोन पर 5जी चला पाएंगे, लेकिन यह संभव नहीं है। 5जी सेवा केवल 5जी स्मार्टफोन में ही चलेगी और इसके लिए 5जी स्मार्टफोन लेना होगा। इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि 2जी फोन में 4जी सिम लग तो जाती है, लेकिन उस पर सर्विस केवल 2जी ही मिलती है, वहीं अगर आप जियो के सिम को 2जी या 3जी फोन में लगाते हैं, तो यह काम नहीं करता है। इसका कारण यह है कि एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया के पास 4जी के साथ 2जी और 3जी सर्विस भी उपलब्ध है, जबकि जियो के पास केवल 4जी नेटवर्क उपलब्ध है। इसके अलावा, अगर 5जी की बात करें, तो यह सिम भी 4जी में लग तो जाएगी, लेकिन नेटवर्क आपको केवल 4जी का ही मिलेगा। इसलिए 5जी सेवा पाने के लिए 5जी स्मार्टफोन लेना जरूरी होगा।
इन शहरों में सबसे पहले 5जी नेटवर्क
5जी नेटवर्क कई चरण में देश के लोगों तक पहुंचेगा। पहले चरण में देश के 13 शहरों को शामिल किया गया है। इनमें दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, चेन्नई, गांधीनगर, गुरुग्राम, हैदराबाद, कोलकाता, जामनगर, लखनऊ और पुणे शामिल हैं। सबसे पहले इन शहरों में 5जी नेटवर्क पहुंचेगा। इसके बाद अन्य शहरों में इसे पहुंचाने की कोशिश रहेगी। एयरटेल के सुनील मित्तल ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2022 में कहा कि देश का सबसे पुराना निजी दूरसंचार आपरेटर आठ प्रमुख शहरों में 5जी मोबाइल सेवाएं शुरू कर रहा है और मार्च 2023 तक देश के ज्यातादर हिस्सों और मार्च 2024 तक पूरे देश में ये सेवाएं उपलब्ध करा दी जाएंगी। फिलहाल एयरटेल ने दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और वाराणसी से 5जी सेवा की शुरुआत की है। वहीं जियो की बात करें, तो इंडिया मोबाइल कांग्रेस-2022 में कहा गया कि जियो 5जी की अफार्डेबल सर्विस शुरू करेगी और दिसंबर 2023 तक देश के हर कोने में ये सेवाएं उपलब्ध करा दी जाएंगी। एयरटेल के 5जी प्लान को लेकर कहा गया कि तुरंत आपके फोन में इसका सिग्नल नहीं आएगा। चरणबद्ध तरीके से इसकी सेवा बहाल होगी। पहले चुनिंदा टावर में यह सेवा शुरू की जाएगी। किसी भी फोन में 5जी सेवा एनरोल करने से पहले उसमें ओटीए अपडेट होगा। फिर अगले कुछ महीनों में इसकी सेवा बेहतर ढंग से शुरू होगी
कितनी बदलेगी जिंदगी
5जी का उपयोग दुनिया के कुछ देशों में पहले से हो रहा है। ओपन सिग्नल की इस साल जारी रिपोर्ट के मुताबिक, 5जी इंटरनेट स्पीड के मामले में सबसे आगे मलेशिया है। वहां इंटरनेट की औसत स्पीड 50.3 एमबीपीएस है। दूसरे पायदान पर 43.7 एमबीपीएस स्पीड के साथ स्वीडन है। इसके बाद नार्वे, स्विट्जरलैंड और दक्षिण कोरिया क्रमश: तीसरे, चौथे और पांचवे स्थान पर हैं। 5जी नेटवर्क से कई फायदे होंगे। वीडियो काल ज्यादा बेहतर होगी और बिना रुके बातचीत होगी। स्ट्रीमिंग प्लेटफार्म पर वीडियो बिना रुके और बिना बफरिंग के देखने को मिलेंगे। बस कुछ सेकंड में ही एक से दो जीबी की फिल्म डाउनलोड की जा सकेगी। इसके अलावा, ई-हेल्थ, टेलीमेडिसिन, एआर/वीआर टेक्नोलाजी, एजुकेशन, रोबोटिक्स, आटोमेशन, इंटरनेट आफ थिंग्स आदि में क्रांति आएगी। अच्छी बात यह होगी कि इससे जुड़ी सुविधाएं पहले से काफी तेज हो जाएंगी। वीडियो गेमिंग के क्षेत्र में भी काफी बदलाव नजर आएगा। वर्चुअल रियलिटी की दुनिया रियलिटी के और करीब हो जाएगी। ड्राइवरलेस कार और ड्राइवरलेस मेट्रो चलाने का सपना सच होता हुआ दिखाई देगा।
2जी से लेकर 5जी तक
देश में सबसे पहले इंटरनेट की शुरुआत 1995 में 2जी सर्विस के साथ हुई थी। 2जी से 3जी तक के सफर में देश को 14 साल लग गए थे। 3जी सर्विस की शुरुआत देश में 2009 में हुई थी। इसके बाद 2012 में 4जी सर्विस शुरू हुई और अब 2022 में 5जी सर्विस की शुरुआत हुई है। देखा जाए, तो दुनिया के कई देशों में पहले से ही 5जी सर्विस चल रही है। भारत को 2जी से 5जी तक पहुंचने में 27 साल और 4जी से 5जी तक आने में 10 साल लग गए। भारत में इंटरनेट यूजर्स की तेजी से बढ़ती संख्या को देखते हुए इंटरनेट की स्पीड को बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
5जी फोन लेने से पहले रखें ध्यान
5जी सर्विसेज का फायदा उठाने के लिए 5जी फोन भी जरूरी है। ऐसे में अगर 5जी स्मार्टफोन खरीद रहे हैं, तो सिंगल 5जी बैंड वाले फोन को खरीदने से बचें। हो सकता है कि सिंगल 5जी बैंड वाले स्मार्टफोन में 4जी जैसी ही स्पीड मिले। मगर अभी यह जानकारी सामने नहीं आई है कि कौन-से बैंड भारत में सपोर्ट करेंगे, लेकिन बेहतर होगा 5जी फोन में आपको सबसे ज्यादा 5जी बैंड दिखें। 5जी फोन का उपयोग करेंगे तो बैटरी की खपत भी ज्यादा होगी। ऐसे में बड़ी बैटरी वाले 5G स्मार्टफोन को खरीदना अच्छा विकल्प हो सकता है। फोन में 5जी का पता लगाने के लिए सबसे पहले फोन की सेटिंग्स पर जाएं, वाई-फाई एंड नेटवर्क पर टैप करें। इसके बाद प्रेफर्ड नेटवर्क पर विकल्प नजर आएगा। अगर आपका फोन 5जी सपोर्टेड होगा, तो इसमें 2जी/3जी/4जी/5जी का विकल्प दिखाई देगा।