Saturday , December 28 2024

क्षय उन्मूलन के प्रयास में तेजी लाएं : जिलाधिकारी

कलेक्ट्रेट सभागार में टीबी फोरम की बैठक, क्षय रोगियों की घर-घर खोज करने में जुटे स्वास्थ्य कार्यकर्ता

लखनऊ : राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत ” टीबी हारेगा, देश जीतेगा” के उद्देश्य से सोमवार को जिला टीबी फोरम की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में हुई| जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए क्षय उन्मूलन के प्रयासों में तेजी लाने के निर्देश दिए| बैठक में एडीएम धर्मेन्द्र सिंह ने क्षय रोग पर काम कर रहीं स्वयंसेवी संस्थाओं के कार्यों के बारे में जानकारी ली| इसके साथ ही बैठक में उपस्थित क्षय रोगियों से उनका हालचाल जाना| जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. आर.वी सिंह ने जिले में क्षय रोग को लेकर चल रहे प्रयासों के बारे में जानकारी दी| उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2025 तक क्षय उन्मूलन का लक्ष्य रखा है, जिसको पूरा करने के लिए विभाग हर स्तर पर प्रयासरत है| उन्होंने बताया कि जनपद में वर्ष 2022 में 23000 क्षय रोगियों के नोटिफिकेशन का लक्ष्य रखा गया था, जिसके सापेक्ष 21,960 यानी 95 % क्षय रोगियों को नोटिफाई किया गया| वर्ष 2023 में अब तक 2673 क्षय रोगियों को नोटिफाई किया गया है|

जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि लक्ष्य के सापेक्ष जो रोगी छूट जाते हैं, उनको खोजने के उद्देश्य से सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान चलाया जाता है| इस साल इसकी शुरुआत 20 फरवरी से हुई है| इसका पहला चरण 20 और 21 फरवरी को चलाया गया, जिसमें टीम ने अनाथालय, वृद्धाश्रम, नारी निकेतन, बाल संरक्षण गृह, नवोदय विद्यालय, मदरसा एवं कारागृह में भ्रमण कर 5456 लोगों की स्क्रीनिंग कर 256 संभावित क्षय रोगियों का सैम्पल लिया जिसमें चार क्षय रोगी पाए गए| अभियान का दूसरा चरण 23 फरवरी से तीन मार्च तक चलाया जा रहा है| स्वास्थ्य कार्यकर्ता ग्रामीण एवं शहरी मलिन बस्तियों एवं उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में घर-घर जाकर क्षय रोगियों की खोज कर रहे हैं| इसमें अभी तक 451473 लोगों की स्क्रीनिंग की गयी जिसमें 1499 संभावित क्षय रोगियों के सैंपल लिए गए| इसमें कुल 154 क्षय रोगी पाए गए जिनका ट्रीटमेंट शुरू कर दिया गया है|

उन्होंने बताया कि इस अभियान में 450 टीमें काम कर रही है जिसमें 90 सुपरवाइजर काम रहे हैं| इस मौके पर टीबी का उपचार ले रहीं सुनीता ( बदला हुआ मान ) ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि वह बलरामपुर अस्पताल से पांच महीने से दवा ले रही हैं| उन्होंने बताया कि दवा लेने के बाद से उनकी हालत में काफी सुधार आया है| इस अवसर पर एनटीईपी के सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर अभय चन्द्र मित्रा व अन्य कर्मचारी सहित विश्व स्वास्थ्य संगठन से डा. नीतू सुरेश, जीत संस्था से राहुल मिश्रा, एचएलएफपीपीटी संस्था से पवन तिवारी, सीफार संस्था से ईशा सिंह, पॉवर विंग से सुमन रावत व उपस्थित रहे|